पीएम नरेंद्र मोदी की फाइल तस्वीर
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 मई, 1998 को पोखरण में हुए सफल परमाणु परीक्षण के लिए सोमवार को भारतीय वैज्ञानिकों तथा राजनीतिक नेतृत्व की सराहना की। यह दिन प्रौद्योगिकी दिवस के रूप में मनाया जाता है।
पीएम मोदी ने ट्विटर पर अपने संदेश में लिखा, "मैं 1998 में इसी दिन पोखरण परीक्षण को मिली सफलता के लिए इसके पीछे हमारे वैज्ञानिकों और राजनीतिक नेतृत्व के प्रयास की सराहना करता हूं।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "भारत के इतिहास में यह विशेष दिन है। इस दिन राजस्थान के पोखरण में परमाणु परीक्षण किया गया, जब अटलजी ने परीक्षण के सफल होने की घोषणा की, पूरा देश खुशी से झूम उठा। भारत ने फिर 13 मई को परीक्षण किया।"
उन्होंने कहा कि यह परीक्षण हमारे वैज्ञानिकों के उत्कृष्ट काम की वजह से संभव हो पाया। वे प्रौद्योगिकी के विजेता हैं। मोदी ने कहा, "अटलजी की सरकार ने जबर्दस्त साहस दिखाया। इसने मजबूत नेतृत्व का महत्व दिखाया।" अटल बिहारी वायपेयी 1998 में परमाणु परीक्षण के दौरान देश के प्रधानमंत्री थे।
एक अन्य संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार लोगों की जिंदगी में प्रौद्योगिकी को महत्वपूर्ण बनाने के लिए कोई भी कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा, "हम डिजिटल इंडिया के अपने सपने को पूरा करने की दिशा में काम कर रहे हैं।"
मोदी ने प्रौद्योगिकी से जुड़े लोगों और वैज्ञानिकों को भी शुभकामनाएं दीं, जिनमें भारत को गौरवान्वित करने के लिए प्रौद्योगिकी का जुनून है और जिनकी वजह से देश गौरवान्वित है।
उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी में लोगों की जिंदगी बदलने की क्षमता है। मोदी ने कहा, "गरीबी को समाप्त करने से लेकर प्रक्रिया को सरल बनाने, लोगों को बेहतर सेवा देने के लिए भ्रष्टाचार समाप्त करने तक प्रौद्योगिकी हर जगह महत्वपूर्ण है।"
पीएम मोदी ने ट्विटर पर अपने संदेश में लिखा, "मैं 1998 में इसी दिन पोखरण परीक्षण को मिली सफलता के लिए इसके पीछे हमारे वैज्ञानिकों और राजनीतिक नेतृत्व के प्रयास की सराहना करता हूं।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "भारत के इतिहास में यह विशेष दिन है। इस दिन राजस्थान के पोखरण में परमाणु परीक्षण किया गया, जब अटलजी ने परीक्षण के सफल होने की घोषणा की, पूरा देश खुशी से झूम उठा। भारत ने फिर 13 मई को परीक्षण किया।"
उन्होंने कहा कि यह परीक्षण हमारे वैज्ञानिकों के उत्कृष्ट काम की वजह से संभव हो पाया। वे प्रौद्योगिकी के विजेता हैं। मोदी ने कहा, "अटलजी की सरकार ने जबर्दस्त साहस दिखाया। इसने मजबूत नेतृत्व का महत्व दिखाया।" अटल बिहारी वायपेयी 1998 में परमाणु परीक्षण के दौरान देश के प्रधानमंत्री थे।
एक अन्य संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार लोगों की जिंदगी में प्रौद्योगिकी को महत्वपूर्ण बनाने के लिए कोई भी कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा, "हम डिजिटल इंडिया के अपने सपने को पूरा करने की दिशा में काम कर रहे हैं।"
मोदी ने प्रौद्योगिकी से जुड़े लोगों और वैज्ञानिकों को भी शुभकामनाएं दीं, जिनमें भारत को गौरवान्वित करने के लिए प्रौद्योगिकी का जुनून है और जिनकी वजह से देश गौरवान्वित है।
उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी में लोगों की जिंदगी बदलने की क्षमता है। मोदी ने कहा, "गरीबी को समाप्त करने से लेकर प्रक्रिया को सरल बनाने, लोगों को बेहतर सेवा देने के लिए भ्रष्टाचार समाप्त करने तक प्रौद्योगिकी हर जगह महत्वपूर्ण है।"
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