प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इंडियन म्यूजियम के 200 साल पूरे होने पर जारी स्मारक डाक टिकट पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को तोहफे में दिया।
एशिया के सबसे पुराने संग्रहालय के द्विशती समारोह के उद्घाटन कार्यक्रम में दोनों नेता एक मंच पर थे। इंडियन म्यूजियम के लॉन में स्मारक डाक टिकट जारी करने के बाद प्रधानमंत्री ने ममता को टिकट की एक प्रति भेंट की, जिसे मुख्यमंत्री ने खुशी-खुशी स्वीकार किया। दोनों राज्यपाल एमके नारायण के साथ म्यूजियम गए और गैलरियों को देखा।
सिंह ने संग्रहालय के द्विशताब्दी समारोह के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, बदकिस्मती से, संग्रहालय विज्ञान भारत में बुरी तरह उपेक्षित क्षेत्र है। इंडियन म्यूजियम इस संबंध में नेतृत्वकारी भूमिका निभा सकता है और उसे निभाना चाहिए।। ऐसा कर के, वे न सिर्फ अपने संग्रह समृद्ध कर सकते है, बल्कि देशभर के संग्रहालयों की भी मदद कर सकता है।
प्रधानमंत्री ने बदलाव एवं विकास के वाहक के रूप में खुद को देखने का संग्रहालय प्रबंधन का आह्वान करते हुए कहा कि फर्क लाने के लिए पहली जरूरत यह है कि वह अपने कर्मियों को प्रशिक्षित और विकसित करे। मनमोहन ने कहा, जब यह अपना सफर ताजा कर रहा है, उसे ज्ञान प्रदाता की अपनी भूमिका के बारे में गंभीरता से विचार करना चाहिए। आज की दुनिया में संग्रह जमा करना पर्याप्त नहीं है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं