प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने असम में 'कायराना' आतंकी हमले की आज निंदा की और कहा कि केंद्र कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने और शांति बहाली के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा। हमले में कई लोग मारे गए हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा कि मनमोहन सिंह असम की स्थिति पर बराबर निगाह बनाए हुए हैं। उन्होंने गृहमंत्री सुनील कुमार शिंदे और असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई से बात की है और उन्हें निर्देश दिए हैं कि वे गड़बड़ी वाले इलाकों में हालात ठीक करने के लिए फौरन कदम उठाएं।
पीएमओ ने एक बयान में कहा, 'प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने असम में हिंसा की निंदा की है, जिसमें कई मूल्यवान जानें चली गई हैं और बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं।' प्रधानमंत्री ने दुख और क्षोभ प्रकट किया और कहा कि ऐसे हमले हमारे नागरिकों के बीच भय और आतंक फैलाने के कायराना प्रयास हैं।
वहीं अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) एपी राउत ने कहा कि केंद्र द्वारा भेजे गए अर्धसैनिक बलों की दस में छह कंपनियां असम में पहुंच गई है और तीन कोकराझाड़ और दो बक्सा भेज दी गईं है।
उन्होंने बताया कि दूसरी कंपनी बीटीएडी के उदालगुरी जिले जा रही है। बीटीएडी के पुलिस महानिरीक्षक एलआर बिश्नोई ने कहा, 'आज हिंसक घटना की कोई खबर नहीं है और आज सुबह जो शव मिले वे कल की घटना में मारे गए थे।' जब उनसे पूछा गया कि क्या बीटीएडी में देखते ही गोली मार देने का आदेश दिया गया है, उन्होंने कहा, 'ऐसा कोई आदेश नहीं जारी किया गया है। ऐसे आदेश का कोई तुक नहीं है।' उन्होंने बताया कि कोकराझाड़ और बक्सा जिलों में कल से लगाए गए कर्फ्यू आज दोपहर 12 बजे से चार घंटे की छूट दी गई।
सू़त्रों के अनुसार हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में लोगों में विश्वास पैदा करने के लिए सेना फ्लैग मार्च कर रही है। हिंसा के सिलसिले में 22 लोग गिरफ्तार किए गए हैं।
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