पीके के प्रजेंटेशन में सिर्फ डेटा था, नेतृत्व पर कुछ नहीं, एनडीटीवी से बोले पी. चिदंबरम

पी. चिदंबरम ने एनडीटीवी के साथ एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा, प्रशांत किशोर ने कई महीनों में बहुत अच्छा डेटा इकट्ठा किया है.उनका आंकड़ों का विश्लेषण भी बेहतरीन है. हम उनके कुछ प्रस्तावों पर आगे कदम बढ़ाने के इच्छुक हैं. 

पीके के प्रजेंटेशन में सिर्फ डेटा था, नेतृत्व पर कुछ नहीं, एनडीटीवी से बोले पी. चिदंबरम

चिदंबरम बोले, कांग्रेस ने प्रशांत किशोर से उनके इनकार की वजह नहीं पूछी

नई दिल्ली:

प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने से इनकार पर पार्टी के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. चिदंबरम ने कहा, तमाम अटकलों के बावजूद प्रशांत किशोर के प्रजेंटेशन में नेतृत्व का मुद्दा शामिल नहीं था. लेकिन इसमें बेहद बढ़िया डेटा और उसका विश्लेषण था. चिदंबरम ने संकेत दिया कि पार्टी उनके कुछ प्रस्तावों पर आगे कार्यवाही कर सकती है.  पूर्व गृह मंत्री ने कहा, "पीके के प्लान में नेतृत्व के मुद्दे पर कुछ नहीं था. इसमें प्रियंका गांधी को अध्यक्ष बनाने जैसा भी कुछ नहीं था." जैसा कि मीडिया के एक वर्ग में उल्लेख किया गया है. उन्होंने कहा कि पार्टी में नेतृत्व का मुद्दा अगस्त के अंत तक आंतरिक चुनाव के जरिये एआईसीसी हल कर लेगी. चिदंबरम ने बताया, प्रशांत किशोर ने चुनाव, वोटिंग पैटर्न, आबादी और उम्मीदवारों को लेकर बेहतरीन डेटा पेश किया. मुझे नहीं लगता कि पार्टी के पास ऐसे प्रकार का समझ में आने या कार्यान्यवन योग्य डेटा होता... उन्होंने जो डेटा का विश्लेषण किया, वो भी बेहतरीन था. इसमें से कुछ प्रस्तावों को लागू करने का संकेत पार्टी ने दिया है.

 कांग्रेस द्वारा उनकी पेशकश को स्वीकार करने को लेकर महीनों चली वार्ता और अटकलों के दौर के बाद प्रशांत किशोर ने इनकार कर दिया. उन्होंने एंपावर्ड ऐक्शन ग्रुप के सदस्य के तौर पर पार्टी में काम करने का प्रस्ताव नकार दिया. अपने इनकार के साथ उन्होंने कांग्रेस को सामूहिक इच्छाशक्ति की समस्या कोदूर करने की नसीहत भी दे डाली.

चिदंबरम ने कहा, कांग्रेस ने फैसले को लेकर प्रशांत किशोर से कोई सवाल नहीं किया. चुनाव रणनीतिकार शायद सलाहकार के तौर पर अपना पद बनाए रखना चाहते थे. वो शायद टीआरएस, टीएमसी और जगन मोहन रेड्डी को सलाह दे रहे हैं. ऐसा लगता है कि वो इन पार्टियों में अपना सलाहकार की भूमिका बनाए रखना चाहते थे. उन्हें कांग्रेस का ऑफर स्वीकर करने को लेकर आईपीएसी के साथ अपने संबंधों का निर्धारण करना था. हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट कहा कि तेलंगाना राष्ट्र समिति का आईपीएसी के साथ समझौता कांग्रेस के लिए कोई रोड़ा नहीं था. 

"हाईकमान ने माना, हमारे अंदर चुनाव लड़ने की क्षमता नहीं", एनडीटीवी से बोले कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित

'अलग-थलग' और विदेश में मौजूद राहुल गांधी ने प्रशांत किशोर के संदेह को और बढ़ाया : सूत्र

कांग्रेस-प्रशांत किशोर की वार्ता फिर क्यों विफल हो गई : जानें इनसाइड स्टोरी

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

POLITICAL बाबा : 'पीके' के नहीं आने से निराश हैं कई कांग्रेसी