रेल मंत्रालय का कार्यभार संभालने के दौरान पीयूष गोयल ने बांधे सुरेश प्रभु की तारीफों के पुल

पीयूष गोयल ने सोमवार को रेल मंत्री के तौर पर पदभार संभाल लिया. उन्होंने अपने पूर्ववर्ती सुरेश प्रभु की खूब तारीफ की और उन्हें अपना मार्गदर्शक बताया.

रेल मंत्रालय का कार्यभार संभालने के दौरान पीयूष गोयल ने बांधे सुरेश प्रभु की तारीफों के पुल

नई दिल्ली:

पीयूष गोयल ने सोमवार को रेल मंत्री के तौर पर पदभार संभाल लिया. उन्होंने इस दौरान अपने पूर्ववर्ती सुरेश प्रभु की खूब तारीफ की और उन्हें अपना मार्गदर्शक बताया. गोयल के पदभार ग्रहण करने के दौरान सुरेश प्रभु वहां मौजूद रहे. सुरेश प्रभु ने भी सोमवार को ही वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री का पदभार ग्रहण कर लिया. उनसे पहले यह पदभार निर्मला सीतारमण के पास था, प्रमोट पदोन्नत कर रक्षा मंत्री बनाया गया है. पीयूष गोयल ने रेल भवन में कहा, 'मेरे लिए यह काफी भावुक दिन है. सुरेश प्रभु मेरा मार्गदर्शन करते रहे हैं, पिछले 20 वर्षों से मुझे निर्देशित करते रहे और मेरा ध्यान रखा. कई बार हमें साथ काम करने का मौका मिला.'

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23 अगस्त को प्रधानमंत्री से मुलाकात करने के बाद से सुरेश प्रभु कार्यालय नहीं आए और पिछले महीने हुई दुर्घटनाओं के बाद इस्तीफे की पेशकश की थी. पीयूष गोयल ने कहा, 'अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में उन्होंने (प्रभु) मेरे पिता के साथ काम किया और उस समय वह ऊर्जा मंत्री थे और उस समय उन्होंने जो नेतृत्व दिखाया उसी कारण हमारा देश ऊर्जा के क्षेत्र में आज समर्थ बन सका है.' उन्होंने कहा कि सुरेश प्रभु उस समय नदियों को जोड़ने वाले कार्यबल के प्रमुख थे.'

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गोयल ने कहा, 'मुझे उनके काम के तरीके से अवगत कराया गया जब मैंने उनके साथ कार्यबल में दो वर्षों तक काम किया और यह काफी शानदार अनुभव रहा.' उन्होंने कहा कि सुरेश प्रभु जब कार्यबल के प्रमुख थे तब वह सरकार में 'निर्बाध कार्य संस्कृति' अपनाते थे. बहरहाल वाणिज्य मंत्रालय का प्रभार संभाल रहे सुरेश प्रभु ने रेल मंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल के बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.


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