Quick Reads
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी के कुछ फैसलों पर खुली नाराजगी जताते हुए कहा कि उनकी पार्टी को आत्म विश्लेषण करने की जरूरत है।
आडवाणी ने उत्तर प्रदेश चुनाव के दौरान भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे बसपा के कुछ नेताओं को पार्टी में शामिल करने के गडकरी के फैसले की आलोचना करते हुए अपने ब्लॉग में लिखा है कि इन दिनों पार्टी के भीतर मूड उत्साहवर्धक नहीं है। "उत्तर प्रदेश विधानसभा के परिणाम, भ्रष्टाचार के आरोप में मायावतीजी द्वारा निकाले गए मंत्रियों का बीजेपी में स्वागत किया जाना, झारखंड और कर्नाटक के मामलों से निपटने के तरीके...इन सब घटनाओं ने भ्रष्टाचार के विरूद्ध पार्टी के अभियान को कुंद किया है।"
गौरतलब है कि एनआरएचएम घोटाले के आरोप में मायावती द्वारा मंत्री पद से हटाए गए बाबू सिंह कुशवाहा को बीजेपी में शामिल किए जाने का फैसला गडकरी ने किया था। उस समय भी आडवाणी सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने इसका विरोध किया था।
पार्टी के हालात से काफी आहत नजर आ रहे आडवाणी ने लिखा है, "अगर आज जनता यूपीए सरकार से क्रुध है, तो वह हमसे भी निराश है। यह स्थिति अंतरावलोकन की मांग करती है।"
उन्होंने कहा कि मीडिया ने एक के बाद एक घोटाले के लिए यूपीए सरकार को कटघरे में खड़ा किया, लेकिन उसके साथ ही उसने इस बात पर भी उसने खेद जताया कि बीजेपी के नेतृत्व वाला एनडीए उभरती परिस्थिति में खरा नहीं उतरा। आडवाणी ने कहा, "स्वयं पूर्व पत्रकार होने के नाते मैं मानता हूं कि वह (मीडिया) जनता की भावना को सही तरह से पेश कर रहा है।"
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं