पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को कहा कि जम्मू कश्मीर में जमात ए इस्लामी के विरुद्ध राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) द्वारा छापेमारी करवा कर केंद्र ने 'अपने ही पाले में गोल कर लिया है.' मुफ्ती ने कहा कि एक विधारधारा का मुकाबला किसी बेहतर विचार से करने की बजाय सरकार अपने विरोधियों का कठोरता से दमन कर रही है. मुफ्ती ने ट्वीट किया, “जमात पर एनआईए की छापेमारी, भारत सरकार द्वारा कथित ‘अभिन्न अंग' के विरुद्ध छेड़ा गया प्रतीकात्मक युद्ध है. एक विचारधारा का मुकाबला किसी बेहतर विचार से करने की बजाय वह विरोधियों का कठोरता से दमन कर रही है. ” उन्होंने कहा कि इस प्रकार के दमनकारी कदम अस्थायी रूप से चल सकते हैं, लेकिन लम्बे समय में इनका उलटा असर होगा.
उन्होंने कहा, “जम्मू कश्मीर और देश के बाकी हिस्सों के बीच खाई हर दिन गहरी हो रही है. यह अपने पाले में गोल करने जैसा है.” एनआईए ने जम्मू कश्मीर में रविवार को जमात ए इस्लामी से जुड़े सदस्यों के विरुद्ध कई ठिकानों पर छापेमारी की थी. यह छापेमारी आतंक के वित्त पोषण संबंधी मामले के सिलसिले में थी.
बता दें कि ईडी ने धन शोधन से जुड़े एक मामले में पूछताछ के लिए जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की मां को नोटिस दिया है. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. गुलशन नजीर को दिए गए समन में उनसे 18 अगस्त को श्रीनगर स्थित ईडी के कार्यालय में पेश होने को कहा गया है. महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पीपुल्स डेमाक्रेटिक पार्टी ने इस मामले को लेकर ईडी पर निशाना साधा और कहा कि यह महज कोई इत्तेफाक नहीं है कि जब भी पार्टी जम्मू-कश्मीर को लेकर केंद्र सरकार की नीति का विरोध करती है, तब हर बार एक समन जारी किया जाता है.
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