पटना:
पटना के अपहृत स्कूली छात्र 17 वर्षीय रोहित की हत्या उसी के मित्रों ने की थी और उसका शव बोरवेल में डाल दिया था। इस मामले में अब तक रोहित के दो मित्रों को गिरफ्तार कर लिया गया है। फुलवारीशरीफ थानाक्षेत्र के एक बोरवेल में 30 फुट नीचे फंसे रोहित का शव बुधवार को पुलिस ने बरामद किया था। पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) आलोक कुमार ने गुरुवार को बताया कि इस मामले में रोहित के दो दोस्तों 21 वर्षीय विशाल और 20 वर्षीय आनंद को गिरफ्तार किया गया है। एसएसपी ने बताया कि रोहित ने इसी वर्ष 10 वीं की परीक्षा दी थी। उसके कोचिंग सेंटर से रविवार को विशाल और आनंद ने उसे बहला-फुसला कर अगवा कर लिया। उसके बाद उसे घटनास्थल के पास ले आए। पहले उन्होंने रोहित का गला दबाया, फिर धारदार हथियार से से गला काट दिया। शव को ठिकाने लगाने के क्रम में रोहित का मोबाइल गिर गया जिससे फिरौती की साजिश पूरी नहीं हो सकी। उन्होंने बताया कि विशाल अपनी बहन की शादी करना चाहता था जिसके लिए उसे पैसे की आवश्यकता थी। इसीलिए उसने रोहित को अगवा करने की योजना बनाई थी, जिसमें आनंद को भी उसने शामिल किया। दोनों गिरफ्तार लोगों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। उल्लेखनीय है कि रोहित शास्त्रीनगर थाना स्थित मजिस्ट्रेट कॉलोनी के अपने घर से पिछले रविवार को एक कोचिंग संस्थान में पढ़ने गया था परंतु रात को जब रोहित नहीं लौटा तो उसके परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस हरकत में आई, स्कूटी राजाबाजार के शेखपुरा मोड़ से उसी रात पुलिस ने बरामद कर ली। पुलिस ने इस मामले में पूरी गोपनीयता बरतते हुए स्कूटी पर मिले खून के धब्बों के आधार पर जांच आगे बढ़ाई। बुधवार को पांच घंटे की मशक्कत के बाद एक बोरवेल से रोहित का शव बरामद किया गया। पटना के पुलिस अधीक्षक (नगर) शिवदीप लांडे ने बताया कि 180 फुट गहरे बोरवेल में रोहित की हत्या कर शव को डाला गया था जो 30 फुट पर जाकर फंस गया था। रोहित के शव निकालने के लिए जेसीबी मशीन और गैस कटर का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने कहा कि पुलिस अभी इस मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने रोहित के शव के पास से उसका मोबाइल फोन तथा बोरवेल के बाहर कूड़े से उसका स्कूल बैग बरामद किया। उल्लेखनीय है कि रोहित के पिता संजय कुमार पटना के ही एक सरकारी कार्यालय में कनिष्ठ अभियंता के पद पर कार्यरत हैं।