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This Article is From Jun 10, 2020

'आरोग्य सेतु' पर पाकिस्तानी हैकरों की नज़र, फर्जी ऐप बनाकर डेटा चुराने की साजिश!

महाराष्ट्र साइबर सिक्योरिटी ने इसके साथ ही एक और बड़ा खुलासा किया है कि डार्क नेट पर 2.9 करोड़ भारतीयों का डेटा बिकने को उपलब्ध है.

'आरोग्य सेतु' पर पाकिस्तानी हैकरों की नज़र, फर्जी ऐप बनाकर डेटा चुराने की साजिश!
मुंबई:

महाराष्ट्र साइबर सिक्योरिटी की तरफ से अलर्ट जारी किया गया है कि पाकिस्तानी हैकरों ने कोरोना से लड़ने के लिए बने आरोग्य सेतु ऐप जैसा ही एक नकली ऐप बनाया है. इसे इंस्टॉल करते ही आपके फोन का पूरा डेटा हैक हो जाता है. बता दें कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए केंद्र सरकार ने तमाम सरकारी निजी दफ्तरों में आरोग्य सेतु ऐप को ज़रूरी कर दिया है. लेकिन अब पाकिस्तानी हैकरों की इस पर नजर है. महाराष्ट्र साइबर सिक्योरिटी का दावा है कि पाकिस्तानी हैकर हूबहू ऐसा ही ऐप बनाकर लोगों का डेटा चुराने की फिराक में हैं. महाराष्ट्र में आईजी साइबर सिक्योरिटी यशस्वी यादव ने कहा, 'ये फेक आरोग्य सेतु ऐप जो है इसे पाकिस्तानी हैकर्स ने फर्स्ट टाइम अप्रैल में लांच किया था और कुछ विक्टिम फ़ोन यूजर्स को इंस्टाल भी करवा दिया था. अब फिर से रिपैकेज कर लॉन्च किया है जो ट्रोजन हॉर्स अटैक है.'


आरोग्य सेतु ऐप से ये पता चलता है कि आप जिस इलाक़े में हैं, वह कितना कोरोना संक्रमित है और कहीं आप किसी कोरोना पीड़ित के क़रीब तो नहीं. ये केंद्र सरकार का ऐप है इसलिए इसे डाऊनलोड करते वक्त उसके डेवलपर की जांच कर लें.

साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट वैभव साखरे ने कहा, 'यहां पर हम देखेंगे कि ये आरोग्य सेतु ऐप है, उसके नीचे लिखा है NICe गवर्नमेंट मोबाइल ऐप. ये बहुत अहम है फिर हम डेवलपर का डिटेल देखगें, ईमेल में दिया है support.aarogyasetu@gov.in और एड्र्स है NIC का मतलब सरकार का ऐप है GOV.in होना चहिये.'


महाराष्ट्र साइबर सिक्योरिटी ने इसके साथ ही एक और बड़ा खुलासा किया है कि डार्क नेट पर 2.9 करोड़ भारतीयों का डेटा
बिकने को उपलब्ध है. डार्क नेट वो वेब दुनिया है जिसमें हम आम ब्रॉउजर से सर्च नही कर सकते इसके लिए टोर जैसा ब्रॉउजर लगता है.

साइबर एक्सपर्ट वैभव साखरे ने कहा, 'डार्क नेट में आई पी बाउंसिंग होता है एक सर्वर से दूसरे सर्वर में, एक देश से दूसरे देश में तो इसमें सोर्स का पता नहीं चलता, क्योंकि इसमें ट्रेस नही कर सकते तो बहुत सारी अवैध एक्टिविटी इस डार्कनेट पर होती है.' 


साइबर सिक्योरिटी के मुताबिक आप किसी भरोसेमंद साइट को ही अपनी जानकारी दिया करें, वरना आप ख़तरे में पड़ सकते हैं. मतलब ये कि अपने मोबाइल पर कोई भी ऐप डाउनलोड करना और फोन अगर एंड्रॉइड है तो प्ले स्टोर से और IoS है तो एप्पल स्टोर से ही करें, लेकिन सबसे जरूरी है कि सोर्स किसी भी लिंक को क्लिक कर ना करे वर्ना लेने के देने पड़ सकते हैं.

क्या आरोग्य सेतु ऐप हैक हो सकता है?

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