3 मई को रॉ ने सरकार को बताया कि जामनगर ऑयल रिफ़ाइनरी बॉम्बे हाइ ऑफ शोर ऑयल रिग और दूसरे ठिकानों पर आतंकी हमले का अंदेशा है। इस काम में लगे 5 आतंकियों की शिनाख्त भी कर ली गई।
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
नई दिल्ली:
मई के पहले सप्ताह में टेरर एलर्ट के नाम पर सुरक्षा एजेंसियों ने जो गड़बड़ की थी उसकी जांच जारी है।
3 मई को रॉ ने सरकार को बताया कि जामनगर ऑयल रिफ़ाइनरी बॉम्बे हाइ ऑफ शोर ऑयल रिग और दूसरे ठिकानों पर आतंकी हमले का अंदेशा है। इस काम में लगे 5 आतंकियों की शिनाख्त भी कर ली गई।
5 मई को चिदंबरम ने एनसीटीसी की बैठक में भी इन आतंकियों का हवाला दे डाला। लेकिन बाद में पता चला कि यह पाकिस्तान के कारोबारी हैं। चिदंबरम ने बाद इस बारे में रॉ के चीफ एसके त्रिपाठी से बात भी की। माना जा रहा है कि 24−25 मई को पाकिस्तान में होने वाली गृह सचिवों की बैठक में यह मुद्दा उठाया जा सकता है। वैसे गृह मंत्रालय यह भी जांच कर रहा है कि कहीं ये डबल एजेंट का मामला तो नहीं। यानी आईएसआई ने जानबूझकर भारत को परेशानी में डालने के लिए इसे प्लांट कराया हो।
3 मई को रॉ ने सरकार को बताया कि जामनगर ऑयल रिफ़ाइनरी बॉम्बे हाइ ऑफ शोर ऑयल रिग और दूसरे ठिकानों पर आतंकी हमले का अंदेशा है। इस काम में लगे 5 आतंकियों की शिनाख्त भी कर ली गई।
5 मई को चिदंबरम ने एनसीटीसी की बैठक में भी इन आतंकियों का हवाला दे डाला। लेकिन बाद में पता चला कि यह पाकिस्तान के कारोबारी हैं। चिदंबरम ने बाद इस बारे में रॉ के चीफ एसके त्रिपाठी से बात भी की। माना जा रहा है कि 24−25 मई को पाकिस्तान में होने वाली गृह सचिवों की बैठक में यह मुद्दा उठाया जा सकता है। वैसे गृह मंत्रालय यह भी जांच कर रहा है कि कहीं ये डबल एजेंट का मामला तो नहीं। यानी आईएसआई ने जानबूझकर भारत को परेशानी में डालने के लिए इसे प्लांट कराया हो।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं