New Delhi:
सरकार भारतीय जेलों में बंद 29 पाकिस्तानी कैदियों और कुछ मछुआरों को 15 अप्रैल तक रिहा कर देगी। इसी तरह की सद्भावना दिखाते हुए इस्लामाबाद भी करीब सौ भारतीय मछुआरों को रिहा करेगा, जिन्हें विभिन्न मौकों पर पाकिस्तानी जल सीमा का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। भारत और पाकिस्तान के बीच हाल में संपन्न गृह सचिव स्तर की वार्ता के बाद दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों को गति देने के प्रयास के तहत यह कदम उठाया है। एक सरकारी अधिकारी ने कहा, हमने उन कैदियों और मछुआरों को रिहा करने का निर्णय किया है, जिन्होंने अपनी सजा पूरी कर ली है। दोनों देश अपने-अपने देशों में एक-दूसरे देश के बंद कैदियों की पूरी सूची का 1 जुलाई तक आदान-प्रदान करेंगे। गृह सचिव स्तर की बैठक में भारत और पाकिस्तान इस बात पर सहमत हुए थे कि गलती से सीमा पार करने की समस्या और मुद्दों पर सहानुभूतिपूर्वक एवं संवेदनापूर्वक विचार किया जाना चाहिए। भारत का तटरक्षक बल और पाकिस्तान की मैरीटाइम सिक्योरिटी एजेंसी (पीएमएसए) मछुआरों की रिहाई के लिए जल्द ही एक प्रणाली गठित करने पर काम करेगी, जिन्होंने गलती से जलसीमा का उल्लंघन किया। प्रस्ताव है कि पहली बार गलती करने वाले को उनका फोटोग्राफ एवं फिंगरप्रिंट लेकर चेतावनी देकर छोड़ दिया जाए। बहरहाल इस बारे में अभी निर्णय नहीं किया गया है।
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