नई दिल्ली:
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को महाराष्ट्र से राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव के लिए कांग्रेस का प्रत्याशी बनाया गया है। इसके अलावा कपिल सिब्बल उत्तर प्रदेश और जयराम रमेश कर्नाटक से राज्यसभा के लिए पार्टी के प्रत्याशी होंगे।
ऑस्कर फर्नांडिस और अंबिका सोनी भी हाेंगी प्रत्याशी
पार्टी की तरफ से अन्य प्रत्याशियों में से कर्नाटक से ऑस्कर फर्नांडिस, पंजाब से कांग्रेस महासचिव अंबिका सोनी, छत्तीसगढ़ से छाया वर्मा, मध्य प्रदेश से विवेक तनखा और उत्तराखंड से प्रदीप टम्टा शामिल हैं। विवेक तनखा वरिष्ठ अधिवक्ता हैं और प्रदीप टम्टा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत के वफादार हैं।
पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इनको प्रत्याशी बनाने संबंधी फैसला लिया है। कर्नाटक से एक अन्य प्रत्याशी के चयन का फैसला पार्टी महासचिव और पीसीसी अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक दल के नेता पर छोड़ दिया गया है।
माना जा रहा है कि चिदंबरम और सिब्बल के राज्यसभा में प्रवेश और रमेश को दोबारा प्रत्याशी बनाए जाने से उच्च सदन में राजग सरकार पर पार्टी का हमला मजबूत होगा, जहां राजग के पास बहुमत का अभाव है।
सुशील कुमार शिंदे भी थे प्रयासरत
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे और पार्टी के पूर्व सांसद भालचंद्र मुंगेकर समेत कई नेता महाराष्ट्र की एकमात्र सीट के लिए प्रयास कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि यहां से एआईसीसी सचिव अविनाश पांडेय का कार्यकाल समाप्त हो रहा है।
गौरतलब है कि 70 वर्षीय चिदंबरम ने 2014 के लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ा था और उनके पुत्र कार्ती ने तमिलनाडु के शिवगंगा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
ऑस्कर फर्नांडिस और अंबिका सोनी भी हाेंगी प्रत्याशी
पार्टी की तरफ से अन्य प्रत्याशियों में से कर्नाटक से ऑस्कर फर्नांडिस, पंजाब से कांग्रेस महासचिव अंबिका सोनी, छत्तीसगढ़ से छाया वर्मा, मध्य प्रदेश से विवेक तनखा और उत्तराखंड से प्रदीप टम्टा शामिल हैं। विवेक तनखा वरिष्ठ अधिवक्ता हैं और प्रदीप टम्टा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत के वफादार हैं।
पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इनको प्रत्याशी बनाने संबंधी फैसला लिया है। कर्नाटक से एक अन्य प्रत्याशी के चयन का फैसला पार्टी महासचिव और पीसीसी अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक दल के नेता पर छोड़ दिया गया है।
माना जा रहा है कि चिदंबरम और सिब्बल के राज्यसभा में प्रवेश और रमेश को दोबारा प्रत्याशी बनाए जाने से उच्च सदन में राजग सरकार पर पार्टी का हमला मजबूत होगा, जहां राजग के पास बहुमत का अभाव है।
सुशील कुमार शिंदे भी थे प्रयासरत
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे और पार्टी के पूर्व सांसद भालचंद्र मुंगेकर समेत कई नेता महाराष्ट्र की एकमात्र सीट के लिए प्रयास कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि यहां से एआईसीसी सचिव अविनाश पांडेय का कार्यकाल समाप्त हो रहा है।
गौरतलब है कि 70 वर्षीय चिदंबरम ने 2014 के लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ा था और उनके पुत्र कार्ती ने तमिलनाडु के शिवगंगा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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