गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में किसानों की ट्रैक्टर परेड (Farmers Tractor Parade) के दौरान हुई हिंसा में 300 से ज़्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने बुधवार को इसकी जानकारी दी है. बुधवार सुबह तक पुलिस ने उपद्रव के मामलों में कुल 22 FIR दर्ज की हैं.
लोकनायक अस्पताल के मेडिकल अफसर डॉ. सुरेश कुमार ने बताया था कि कल ट्रैक्टर परेड में घायल कुल 86 लोगों को अस्पताल लाया गया था. इनमें इसमें 74 पुलिसकर्मी और 12 प्रदर्शनकारी थे. 86 लोगों में से अकेले 22 लोक नायक अस्पताल में जबकि 64 सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर में इलाज के लिए लाए गए थे. सुरेश कुमार ने बताया कि बुधवार को फिलहाल 5 एडमिट हैं. बाकी को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है. फिलहाल भर्ती पांच में से तीन पुलिस वालों को हेड इंजुरी और फ्रैक्चर की समस्या है.
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दिल्ली पुलिस ने बताया कि ज्यादातर पुलिसकर्मी मुकरबा चौक, गाज़ीपुर, आईटीओ, सीमापुरी, नांगलोई टी पॉइंट, टिकरी बॉर्डर और लाल किले पर हुई हिंसा में घायल हुए हैं. पुलिस सूत्रों के मुताबिक उपद्रवियों ने डीटीसी की आठ बसों सहित 17 निजी गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया है. गाज़ीपुर, सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेड्स भी तोड़े थे.
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने किसानों को राजपथ पर आधिकारिक गणतंत्र दिवस परेड समाप्त होने के बाद निर्धारित मार्गों पर ट्रैक्टर परेड की इजाजत दी थी, लेकिन उस समय अफरातफरी की स्थिति पैदा हो गई थी, जब किसान मध्य दिल्ली की ओर जाने पर अड़ गए. किसानों ने तय समय से पहले ही परेड शुरू कर दी और मध्य दिल्ली के ITO पहुंच गए और लुटियन दिल्ली में दाखिल होने की कोशिश करने लगे.
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प्रदर्शनकारी हाथों में डंडे लिए हुए थे और आईटीओ पर वे पुलिस के साथ भिड़ गए. ट्रैक्टर रैली को लेकर सेंट्रल दिल्ली में घुस चुके किसान लाल किले तक पहुंच गए थे और यहां पर कुछ प्रदर्शनकारियों को दूसरा झंडा फहराते हुए देखा गया था.
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