
हथियार और गोला-बारूद बनाने वाली फैक्टरियों के निगमीकरण के विरोध में देशभर के करीब 80 हजार कर्मचारी 12 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हडताल पर जाने का ऐलान किया है. रक्षा क्षेत्र के तीनों फेडरेशनों भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ, ऑल इंडिया डिफेंस एम्प्लॉयीज फेडरेशन और इंडियन नेशनल डिफेंस वर्कर्स फेडरेशन के अनुसार रक्षा मंत्रालय के अधीन आयुध निर्माणियों का निगमीकरण की वजह से राष्ट्रीय सुरक्षा से खतरा होगा. इससे पहले चार रक्षा मंत्रियों के लिखित आश्वासन के बाद भी सरकार ने वार रिजर्व आयुध निर्माणियों के निगमीकरण का जो फैसला लिया है वो एक आत्मघाती कदम है.
गौरतलब है कि आयुध निर्माणियों के रिसट्रक्चरिंग के संबंध में 28 जूलाई 2020 को रक्षा क्षेत्र के तीनों फेडरेशनों AIDEF, INDWF, BPMS व CDRA के साथ सचिव रक्षा उत्पादन की हुई थी. इस बैठक में एआईडीईएफ की तरफ से एसएन पाठक अध्यक्ष, सी श्रीकुमार महासचिव, आईएनडीडब्ल्यूएफ की तरफ से अशोक सिंह अध्यक्ष, आर श्रीनिवासन महासचिव, बीपीएमएस की तरफ से साधु सिंह उपाध्यक्ष, मुकेश सिंह महासचिव, सिडरा की तरफ से बी बी मोहंती महासचिव, अजय संयुक्त सचिव मौजूदा रहे.
इनके मुताबिक सचिव रक्षा उत्पादन की बातों से ये साफ पता लग रहा था कि सरकार ने आयुध निर्माणियों के निगमीकरण का मन पहले ही बना लिया है. ये बैठक के बाद 29 जुलाई को तीनों फेडरेशनों और CDRA की विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक हुई. जिसमें रक्षा उत्पादन के सचिव के साथ हुई बैठक के विषय पर चर्चा हुई. आयुध निर्माणियों के निगमीकरण के विरोध में 4 अगस्त को स्ट्राइक नोटिस देने तथा 12 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया गया.
आपको बता दे कि 28 जुलाई को हुई बैठक में सचिव/रक्षा उत्पादन ने आश्वासन दिया था कि तीनों फेडॅरेशनों व CDRA की बातों को रक्षा मंत्री के संज्ञान में लाया जायेगा. इसके बावजूद यदि 31 जुलाई तक रक्षा मंत्रालय/डी.डी.पी. से रक्षा मंत्री के इस बाबत किसी निर्णय की कोई सूचना नहीं आती है तो रक्षा उत्पादन के सचिव और रक्षा सचिव को 4 अगस्त के स्ट्राइक नोटिस और 12 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हडताल की सूचना संयुक्त पत्र के माध्यम से दिया जायेगा क्योंकि इसी दिन रक्षा मंत्रालय द्वारा कंसल्टेंट के चयन का टेंडर ओपन होना है.
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि तीन अगस्त को लोकल स्तर पर देश के सभी 41 आयुध निर्माणियों में पैम्पलेट के माध्यम से बताया जायेगा कि हम आखिर दोबारा अनिश्चितकालीन हडताल पर जाने को क्यों मजबूर हुये? बैठक के बाद यह भी निर्णय लिया गया कि 9 अगस्त को सभी सेंट्रल ट्रेड यूनियन 'QUIT INDIA DAY' 'SAVE INDIA DAY' मना रहे हैं .
उनके समर्थन में सभी 41 आयुध निर्माणियों में 05 अगस्त 2020 से 08 अगस्त 2020 तक क्रमवार भूख हडताल/लंच बहिष्कार कार्यक्रम निर्माणी के अंदर करेंगे. सरकार 18 अगस्त 2020 को प्राइवेट सेक्टर को कोल ब्लॉक आवंटन के लिये टेंडर ओपन करेगी, इसी दिन कोल सेक्टर की यूनियनें/फेडरेशनें कोल सेक्टर के निजीकरण के विरोध में एक दिन का स्ट्राइक करने का निर्णय लिया है.
आयुध निर्माणियों की यूनियनें भी इस दिन कोल सेक्टर के कर्मचारियों के समर्थन में धरना प्रदर्शन, ब्लैक बैज तथा सहुलियत के हिसाब से अन्य आंदोलनात्मक कार्यक्रम करेंगी.
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