जंतर मंतर पर पूर्व सैनिकों के आंदोलन का फाइल फोटो।
नई दिल्ली: 98 साल के रिटायर्ड मेजर गुरुदयाल सिंह जलानवालिया भूख हड़ताल पर बैठने के लिए जिद करते रहे ,उनकी उम्र को देखते हुए जब भूख हड़ताल पर बैठने की इजाजत नहीं दी गई तो उनकी आंखो में आंसू आ गए। गुरुदयाल सिंह ने अपने जन्मदिन के मौके पर अपने बेटों से से लुधियाना से जंतर-मंतर जाने की इच्छा जाहिर की थी। गुरुदयाल के दोनों बेटों के साथ-साथ उनका पोता भी सेना में अफसर है।
वन रैंक वन पेंशन के मुद्दे पर पूर्व बीजेपी नेता और जाने माने वकील राम जेठमलानी और आम आदमी पार्टी के नेता रिटायर्ड कर्नल देवेंद्र सहरावत भी जंतर-मंतर पहुंचे। जेठमलानी ने कहा कि देश के वित्त मंत्री देश के और आपके दुश्मन हैं। रिटायर्ड कर्नल देवेंद्र सहरावत ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सरकार बहुत जल्द इस पर कोई फैसला करेगी।
धरने पर बैठे पूर्व सैनिकों का कहना है कि सरकार का उन्हें अब तक कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला है। रिटायर्ड विंग कमांडर विनोद देव ने बताया कि यह आंदोलन तभी खत्म होगा जब सरकार उनकी मांगें मान लेगी।