जम्मू-कश्मीर सरकार ने अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों को घाटी में आतंकी हमले के इनपुट के मद्देनजर वापस लौटने की सलाह दी है. सरकार ने एक पत्र जारी कर पर्यटकों व अमरनाथ यात्रियों को घाटी में रहने की अवधि में कटौती करने का आदेश दिया है. सरकार ने यात्रियों व पर्यटकों को जल्द से जल्द घाटी से लौटने के लिए जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया है. उधर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर सवाल उठाया है कि पूरे राज्य में दहशत का माहौल क्यों बनाया जा रहा है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि गुलमर्ग में ठहरे दोस्तों को वहां से हटाया जा रहा है. लोगों को पहलगाम और गुलमर्ग से निकालने के लिए राज्य की बसें लगाई जा रही हैं. अगर यात्रा को लेकर खतरा है तो गुलमर्ग खाली क्यों कराया जा रहा है? आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में बीते एक हफ़्ते से फौज़ों की बढ़ती तैनाती को लेकर तनाव बना हुआ है.
Friends staying in hotels in Gulmarg are being forced to leave. State road transport Corpn buses are being deployed to bus people out from Pahalgam & Gulmarg. If there is a threat to the yatra why is Gulmarg being emptied?
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) August 2, 2019
इससे ये अंदेशा बन रहा है कि राज्य में कुछ बड़ा होने वाला है. हालांकि सरकार इसे बहुत तूल देने से बचने की कोशिश कर रही है. राजनीतिक दलों को अंदेशा है कि कहीं ये 35 ए को हटाने की क़वायद न हो. उधर, सेना की 15वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने संवाददाताओं से कहा, 'पिछले तीन-चार दिनों में बहुत ही स्पष्ट और पुष्ट खुफिया जानकारी मिली है कि पाकिस्तानी सेना द्वारा समर्थित आतंकी अमरनाथ यात्रा बाधित करने की फिराक में हैं और उसके आधार पर यात्रा के दोनों मार्गों, दक्षिण की तरफ के पहलगाम वाले रास्ते और उत्तर की तरफ के बालटाल वाले रास्तों पर सुरक्षाबलों ने गहन तलाशी अभियान चलाया, जिसमें बड़ी सफलता मिली है. उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान, पाकिस्तान आयुध फैक्ट्री में निर्मित एक बारूदी सुरंग को जब्त कर लिया गया.'
VIDEO: कश्मीर के गृह विभाग ने सैलानियों को दी घाटी छोड़ने की सलाह
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