भुवनेश्वर:
भुवनेश्वर में ओडिशा विधानसभा के बाहर गुरुवार को पुलिस के साथ हुई हिंसक झड़प के मामले में ओडिशा के कांग्रेस प्रभारी जगदीश टाइटलर के खिलाफ आपराधिक साजिश रचने का मामला दर्ज किया गया है। इस झड़प में एक महिला पुलिसकर्मी समेत 60 पुलिसकर्मी और कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए थे। पुलिस ने इस मामले में अब तक 35 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
कांग्रेस ने पार्टी कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के दौरान एक महिला पुलिसकर्मी की पिटाई को लेकर माफी मांगी है, लेकिन ओडिशा के कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता इस बात पर लगातार जोर दे रहे हैं कि प्रदर्शन में शामिल हजारों लोगों में सारे कांग्रेसी कार्यकर्ता ही नहीं थे।
39-वर्षीय महिला पुलिसकर्मी प्रमिला पाढ़ी की भीड़ ने बुरी तरह पिटाई की और वह अभी एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने बताया कि वह लोगों को शांत करने की कोशिश रही थी, तभी 30-40 लोगों ने उन्हें पकड़ लिया और सड़क पर गिराकर उन्हें काफी दूर तक खींचते रहे और उनके साथ छेड़छाड़ और मारपीट की।
महिला पुलिसकर्मी ने बताया, जगदीश टाइटलर ने जैसे ही अपने कार्यकर्ताओं से बैरिकेड तोड़ने को कहा, उसी वक्त लोगों ने मुझ पर हमला कर दिया। टीवी चैनलों पर दिखाया गया कि प्रदर्शनकारी उस महिला पुलिसकर्मी को सड़कों पर घसीटते रहे और लाठियों तथा डंडों से उसकी पिटाई की गई।
वहीं टाइटलर का बचाव करते हुए कांग्रेस के मुख्य सचेतक प्रसाद हरिचंदन ने कहा कि टाइटलर ने पार्टी कार्यकर्ताओं से जेल भरो का आह्वान किया था और उन्होंने हिंसा नहीं भड़काई। हरिचंदन ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। हमें महिला सिपाही पर हमले के लिए खेद है। महिला पुलिसकर्मी को सबसे आगे नहीं लगाया जाना चाहिए। हम महिला पुलिसकर्मियों की संवेदनशील स्थानों पर तैनाती के लिए जिम्मेदार वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं।
कांग्रेस ने पार्टी कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के दौरान एक महिला पुलिसकर्मी की पिटाई को लेकर माफी मांगी है, लेकिन ओडिशा के कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता इस बात पर लगातार जोर दे रहे हैं कि प्रदर्शन में शामिल हजारों लोगों में सारे कांग्रेसी कार्यकर्ता ही नहीं थे।
39-वर्षीय महिला पुलिसकर्मी प्रमिला पाढ़ी की भीड़ ने बुरी तरह पिटाई की और वह अभी एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने बताया कि वह लोगों को शांत करने की कोशिश रही थी, तभी 30-40 लोगों ने उन्हें पकड़ लिया और सड़क पर गिराकर उन्हें काफी दूर तक खींचते रहे और उनके साथ छेड़छाड़ और मारपीट की।
महिला पुलिसकर्मी ने बताया, जगदीश टाइटलर ने जैसे ही अपने कार्यकर्ताओं से बैरिकेड तोड़ने को कहा, उसी वक्त लोगों ने मुझ पर हमला कर दिया। टीवी चैनलों पर दिखाया गया कि प्रदर्शनकारी उस महिला पुलिसकर्मी को सड़कों पर घसीटते रहे और लाठियों तथा डंडों से उसकी पिटाई की गई।
वहीं टाइटलर का बचाव करते हुए कांग्रेस के मुख्य सचेतक प्रसाद हरिचंदन ने कहा कि टाइटलर ने पार्टी कार्यकर्ताओं से जेल भरो का आह्वान किया था और उन्होंने हिंसा नहीं भड़काई। हरिचंदन ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। हमें महिला सिपाही पर हमले के लिए खेद है। महिला पुलिसकर्मी को सबसे आगे नहीं लगाया जाना चाहिए। हम महिला पुलिसकर्मियों की संवेदनशील स्थानों पर तैनाती के लिए जिम्मेदार वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं।
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