यह ख़बर 25 मई, 2012 को प्रकाशित हुई थी

सरकार पर दबाव, पेट्रोल मूल्य वृद्धि की समीक्षा के संकेत

खास बातें

  • पेट्रोल मूल्य वृद्धि पर देशभर में हो रहे विरोध-प्रदर्शन और अपने सहयोगी दलों के सड़क पर उतरने की घोषणा से दबाव में आई सरकार ने शुक्रवार को कहा कि वह अगले कुछ दिनों में मूल्य वृद्धि वापसी की समीक्षा कर सकती है।
नई दिल्ली:

पेट्रोल मूल्य वृद्धि पर देशभर में हो रहे विरोध-प्रदर्शन और अपने सहयोगी दलों के सड़क पर उतरने की घोषणा से दबाव में आई सरकार ने शुक्रवार को कहा कि वह अगले कुछ दिनों में मूल्य वृद्धि वापसी की समीक्षा कर सकती है।

मूल्य वृद्धि के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी जहां शनिवार को सड़क पर उतरेंगी, वहीं डीएमके 30 मई को तमिलनाडु में प्रदर्शन करेगी। जबकि उड़ीसा में बीजू जनता दल (बीजद) ने 31 मई को राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है।

इस बीच, दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने सोमवार तक मूल्य वर्धित कर (वैट) घटाए जाने का संकेत दिया है।

मूल्य वृद्धि के खिलाफ हो रहे व्यापक प्रदर्शन को देखते हुए केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री एस. जयपाल रेड्डी ने कहा, "पेट्रोल की कीमत में इजाफा होने के बाद उपभोक्ताओं में आई नाराजगी के प्रति हम सचेत हैं।"

रेड्डी ने पत्रकारों से कहा, "मैं अगले कुछ दिनों में आप लोगों के समक्ष एक स्पष्ट रुख के साथ उपस्थित होउंगा।"

रेड्डी ने कहा कि उन्होंने इस मसले पर केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी से बातचीत की है और करों में कटौती की सम्भावनाएं तलाशने के लिए वह राज्य सरकारों के साथ सलाह-मशविरा करेंगे ताकि आम आदमी पर बोझ कम किया जा सके।

रेड्डी ने कहा कि मूल्य बढ़ाने का फैसला तेल विपणन कम्पनियों ने लिया था और इस फैसले में सरकार शामिल नहीं थी।

पेट्रोल की कीमत में वृद्धि के खिलाफ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शनिवार को सड़क पर उतरकर अपना विरोध जताएंगी। उनके इस कदम की हालांकि तृणमूल की सहयोगी कांग्रेस और विपक्षी वाम मोर्चे ने आलोचना की है।

पेट्रोल की बढ़ी हुई कीमत वापस लेने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के उद्देश्य से ममता शनिवार को शहर में एक रैली का नेतृत्व करेंगी। इसमें तृणमूल के अन्य नेता व कार्यकर्ता भी शामिल होंगे।

सूत्रों के अनुसार, ममता शाम करीब पांच बजे जादवपुर से हाजरा क्रॉसिंग तक सात किलोमीटर की दूरी पैदल तय कर अपना विरोध जताएंगी।

ममता के इस निर्णय की आलोचना करते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा, "किसी को भी पेट्रोल मूल्य वृद्धि के मुद्दे पर राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।" लेकिन उन्होंने इस मामले को लेकर किए जा रहे राजनीतिक प्रदर्शन पर यह कहते हुए प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया, "यह सम्बंधित दलों की आंतरिक नीति है।"

वाम मोर्चे के अध्यक्ष बिमान बोस ने कहा कि पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस नीत सरकार को पेट्रोल की कीमत बढ़ने के बाद अब बिक्री कर में कटौती करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मोर्चा कीमत में वृद्धि को वापस लेने की मांग के साथ राज्यभर में शनिवार से रैलियां निकालेगा।

वाम मोर्चा के साझेदारों की बैठक के बाद बोस ने कहा, "विपक्षी नेता के रूप में ममता बनर्जी ने कई बार राज्य सरकार से बिक्री कर घटाने की मांग की थी। अब जबकि वह मुख्यमंत्री है, तो उन्हें ऐसा ही करना चाहिए।"

सरकार की सहयोगी पार्टी डीएमके ने कहा कि पेट्रोल मूल्य वृद्धि के खिलाफ वह 30 मई को तमिलनाडु में विरोध-प्रदर्शन करेगी।
पार्टी ने अपने एक बयान में कहा कि 30 मई को पार्टी केंद्र सरकार के कार्यालयों अथवा जिला कलेक्ट्रेट के समक्ष विरोध-प्रदर्शन करेगी।

डीएमके के मुताबिक वह 30 मई के प्रदर्शन में केंद्र सरकार से मूल्य वृद्धि में पूरी नहीं तो आंशिक वापसी की मांग करेगी।

दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा कि सोमवार तक पेट्रोल पर मूल्य वर्धित कर (वैट) घटाया जा सकता है।

दीक्षित ने संवाददाताओं से कहा, "पिछली बार जब पेट्रोल की कीमत बढ़ी थी, तो हमने इस पर वैट घटाया था। हम ऐसा ही इस बार भी सोच रहे हैं और सोमवार को इस बारे में आपको बताएंगे।"

ज्ञात हो कि तेल कम्पनियों ने बुधवार को प्रति लीटर पेट्रोल की कीमत 7.54 रुपये बढ़ा दी। इससे दिल्ली में पेट्रोल की कीमत प्रति लीटर 73.18 रुपये हो गई। पहले यह 65.64 रुपये प्रति लीटर थी।

इस बीच, शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने पेट्रोल की कीमत में वृद्धि पर केंद्र सरकार की आलोचना की। ठाकरे ने कहा कि अब महाराष्ट्र में पेट्रोल से सस्ती शराब हो गई है।

शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में ठाकरे ने लिखा, "वाह रे कांग्रेस तेरा खेल, सस्ती दारू पर महंगा तेल।"

पिछले तीन साल में 16 बार तेल की कीमतों में वृद्धि के लिए कांग्रेस सरकार की आलोचना करते हुए ठाकरे ने कहा कि 'आम आदमी' की सुरक्षा के बजाय कांग्रेस ने गरीबों का गला घोंटने का काम किया है।

पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) ने 31 मई को राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है।

पार्टी के पदाधिकारियों की शुक्रवार को हुई आपातकालीन बैठक में यह फैसला लिया गया।

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बीजद के प्रदेश उपाध्यक्ष दामोदर राउत ने कहा, "हम राजग या वाम दलों के साथ नहीं हैं। हमारा विरोध अलग है।"