मैट्रिक परीक्षा में चीटिंग रोकने के लिए हरकत में आई नीतीश सरकार

फाइल फोटो

पटना:

बिहार में जारी मैट्रिक की परीक्षा में बडे़ पैमाने जारी चीटिंग को लेकर नीतीश सरकार ने आज ऐसे चार परीक्षा केंद्रों पर पहले  हो चुकी परीक्षाओं को रद्द करने के साथ नकल कराने में संलिप्त रहे सात पुलिसकर्मियों को हिरासत में ले लिया है।

मैट्रिक परीक्षा में जारी कदाचार को गंभीरतापूर्वक लेते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षा मंत्री पीके शाही, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक पीके ठाकुर, गृह विभाग के प्रधानसचिव आमिर सुबहानी और शिक्षा विभाग के प्रधानसचिव आर के महाजन के साथ बैठक की और उनके साथ मैट्रिक परीक्षा की गहन समीक्षा की है।

मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक नीतीश ने पुलिस महानिदेशक गृह विभाग के प्रधानसचिव को सख्त निर्देश दिया कि हर हालत में मैट्रिक की परीक्षा कदाचार मुक्त संपन्न हो। सभी जिलों के जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को भी कड़ी हिदायत दी गई है।

बैठक के बाद नीतीश ने कहा कि नकल में सहयोग करने वाले अभिभावकों, परीक्षार्थियों के रिश्तेदारों एवं मित्रों से अनुरोध किया है कि नकल से काबलियत नहीं आती। पढ़ाई का मकसद ज्ञान प्राप्त करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सुबह जब उन्होंने वैशाली जिला के एक परीक्षा केंद्र पर मैट्रिक परीक्षा में कदाचार कराने की एक तस्वीर तथा दूसरी तस्वीर को देखा तो मामले को गंभीरता से लिया तथा उक्त बैठक कर सभी को सख्त हिदायत दी है कि इस परीक्षा में हो रहे कदाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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नीतीश ने कहा कि उन्होंने शिक्षा विभाग के प्रधानसचिव को निर्देश दिया है कि वह बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के सचिव के साथ बैठक कर उन परीक्षा केंद्रों जहां कदाचार हुआ है, वहां की परीक्षा को रद्द करें। उन्होंने कहा कि सभी जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक एवं अनुमंडल अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि किसी भी हालत में मैट्रिक की परीक्षा में कदाचार नहीं होना चाहिए। प्रशासन सख्ती से पेश आए। कार्रवाई नहीं करने वाले और लापरवाही बरतने वाले पदाधिकारियों एवं कर्मियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।