
श्रीनगर एनआईटी में लाठी चार्ज (सौजन्य : यूट्यूब)
श्रीनगर:
श्रीनगर NIT में 2 छात्रों पर FIR दर्ज हुई है, वहीं 31 छात्रों पर प्रशासनिक कार्रवाई की जा रही है। साथ ही तोड़फोड़ के मामले में भी एफआईआर दर्ज की गई है। इसके साथ ही श्रीनगर NIT में 5 अप्रैल 2016 को छात्रों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज का वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो में छात्रों की पिटाई करते हुए देखा जा रहा है। वीडियो में दिखाया गया कि किस तरह कैंपस के अंदर टीयर गैस को छोड़ा गया। छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने हॉस्टल में घुस कर ना केवल लड़कों बल्कि लड़कियों और विकलांग छात्रों तक को पीटा। छात्रों द्वारा आरोपी पुलिसकर्मियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई, कैंपस गेट पर तिरंगा फहराने और NIT को शिफ्ट करने की मांग की जा रही है।
देखें वीडियो
इस बीच जम्मू कश्मीर के डिप्टी सीएम निर्मल सिंह ने कहा है कि उनकी छात्रों से बात हुई है और 15 दिन के अंदर इस मामले की जांच शुरू हो जाएगी। निर्मल ने कहा कि जो कुछ भी हुआ वह नहीं होना चाहिए और इस पूरे घटनाक्रम के दो पहलू हैं। एक तो छात्र निजी सुरक्षा की बात कर रहे हैं और दूसरी बात वह शैक्षणिक सुरक्षा की कर रहे हैं।
'झंडा वापिस दिलवाइए..'
यही नहीं एक और वीडियो सामने आया है जिसमें मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से आए तीन सदस्यों की जांच टीम को NIT के छात्रों ने अपनी आपबीती सुनाई। इसमें छात्रों ने एनआईटी को शिफ्ट करने की मांग करते हुए कहा की 'हमें पहले घर जाना है, फिर जहां भी आप शिफ्ट करोगे हम वहां चले जाएंगे।' साथ ही जम्मू कश्मीर पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी छात्रों द्वारा उठाई गई है। वीडियो में एक छात्र को जांच टीम के सामने यह कहते हुए देखा जा रहा है कि जेके पुलिस के पास जो हमारा झंडा है, उनसे हमें वापिस दिलवाइए।
छात्रों की मांग है कि मीडिया को अंदर आने दिया जाए ताकि छात्र बता सके की क्या यहां सब कुछ वाकई में सामान्य हैं। पुलिस कार्रवाई के विरोध में शुक्रवार को जम्मू बंद रखा गया है। बता दें कि मौजूदा तनाव के बाद केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी हालात का जायज़ा लेने गुरुवार को संस्थान पहुंचेंगी। इस बीच स्मृति ईरानी ने इस बात की पुष्टि की है कि NIT में 11 अप्रैल से निर्धारित परीक्षाएं अपने तय समय से होंगी। परीक्षा होने तक मानव संसाधन मंत्रालय की टीम वहीं रहेगी, कैंपस में हालात को काबू में रखने के लिए सीआरपीएफ़ के जवान तैनात हैं।
पूरा मामला..
गौरतलब है कि टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल मैच में वेस्टइंडीज के हाथों भारत की हार को लेकर पिछले शुक्रवार को एनआईटी श्रीनगर में स्थानीय और बाहरी राज्यों से आए छात्रों के बीच झड़प हो गई थीं, जिस कारण संस्थान को बंद कर दिया गया है। हालांकि इसके बाद सोमवार से संस्थान में सामान्य रूप से कक्षाएं चल रही थीं। लेकिन मंगलवार को लगभग 500 छात्रों ने मार्च निकालने की कोशिश की और जब उन्हें संस्थान के मुख्य द्वार पर रोक दिया गया और तभी लाठीचार्ज किया गया। पुलिस ने आरोप लगाया कि छात्रों ने पथराव किया, वहीं विद्यार्थी इस बात को नकार रहे हैं। एनआईटी में करीब 2500 छात्र और 400 अकादमी स्टाफ सदस्य हैं। संस्थान के ज्यादातर छात्र राज्य से बाहर के हैं।
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इस बीच जम्मू कश्मीर के डिप्टी सीएम निर्मल सिंह ने कहा है कि उनकी छात्रों से बात हुई है और 15 दिन के अंदर इस मामले की जांच शुरू हो जाएगी। निर्मल ने कहा कि जो कुछ भी हुआ वह नहीं होना चाहिए और इस पूरे घटनाक्रम के दो पहलू हैं। एक तो छात्र निजी सुरक्षा की बात कर रहे हैं और दूसरी बात वह शैक्षणिक सुरक्षा की कर रहे हैं।
'झंडा वापिस दिलवाइए..'
यही नहीं एक और वीडियो सामने आया है जिसमें मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से आए तीन सदस्यों की जांच टीम को NIT के छात्रों ने अपनी आपबीती सुनाई। इसमें छात्रों ने एनआईटी को शिफ्ट करने की मांग करते हुए कहा की 'हमें पहले घर जाना है, फिर जहां भी आप शिफ्ट करोगे हम वहां चले जाएंगे।' साथ ही जम्मू कश्मीर पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी छात्रों द्वारा उठाई गई है। वीडियो में एक छात्र को जांच टीम के सामने यह कहते हुए देखा जा रहा है कि जेके पुलिस के पास जो हमारा झंडा है, उनसे हमें वापिस दिलवाइए।
छात्रों की मांग है कि मीडिया को अंदर आने दिया जाए ताकि छात्र बता सके की क्या यहां सब कुछ वाकई में सामान्य हैं। पुलिस कार्रवाई के विरोध में शुक्रवार को जम्मू बंद रखा गया है। बता दें कि मौजूदा तनाव के बाद केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी हालात का जायज़ा लेने गुरुवार को संस्थान पहुंचेंगी। इस बीच स्मृति ईरानी ने इस बात की पुष्टि की है कि NIT में 11 अप्रैल से निर्धारित परीक्षाएं अपने तय समय से होंगी। परीक्षा होने तक मानव संसाधन मंत्रालय की टीम वहीं रहेगी, कैंपस में हालात को काबू में रखने के लिए सीआरपीएफ़ के जवान तैनात हैं।
पूरा मामला..
गौरतलब है कि टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल मैच में वेस्टइंडीज के हाथों भारत की हार को लेकर पिछले शुक्रवार को एनआईटी श्रीनगर में स्थानीय और बाहरी राज्यों से आए छात्रों के बीच झड़प हो गई थीं, जिस कारण संस्थान को बंद कर दिया गया है। हालांकि इसके बाद सोमवार से संस्थान में सामान्य रूप से कक्षाएं चल रही थीं। लेकिन मंगलवार को लगभग 500 छात्रों ने मार्च निकालने की कोशिश की और जब उन्हें संस्थान के मुख्य द्वार पर रोक दिया गया और तभी लाठीचार्ज किया गया। पुलिस ने आरोप लगाया कि छात्रों ने पथराव किया, वहीं विद्यार्थी इस बात को नकार रहे हैं। एनआईटी में करीब 2500 छात्र और 400 अकादमी स्टाफ सदस्य हैं। संस्थान के ज्यादातर छात्र राज्य से बाहर के हैं।
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