
आगरा:
आगरा के एक जिला महिला चिकित्सालय में जन्मी नन्हीं सी ‘अंकिता’ ने अनजाने में ही बड़ा काम कर दिया, जब वह भारत की सबसे छोटी ‘सुकन्या’ बन गई।
दरअसल, उसके पिता ने अंकिता के जन्म लेने के दस मिनट के भीतर ही सुकन्या समृद्धि योजना में उसका खाता खुलवाकर उसका भविष्य सुनिश्चित कर दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर बेटियों का भविष्य सुनिश्चित करने के लिए देश में शुरू की गई सुकन्या समृद्धि योजना की जानकारी देने के लिए यहां जिला महिला चिकित्सालय में आगरा के डाक सेवा निदेशक विनोद कुमार की अगुवाई में एक शिविर का आयोजन किया गया था।
चिकित्साल्य में जन्मी ‘अंकिता’ के पिता ने उसके जन्म के 10 मिनट के भीतर ही उसके नाम पर यह खाता खोल दिया। शिविर में उपस्थित लोगों को इस योजना के बारे में जानकारी देते हुए विनोद कुमार ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत 9.2 प्रतिशत की दर से ब्याज दिया जा रहा है और एक हजार रुपये प्रति माह 14 साल तक जमा करने पर 21 साल के बाद 6,50,000 रुपये के लगभग राशि मिलती है, जिससे बेटी की शिक्षा और विवाह में धन की कमी आड़े नहीं आती।
दरअसल, उसके पिता ने अंकिता के जन्म लेने के दस मिनट के भीतर ही सुकन्या समृद्धि योजना में उसका खाता खुलवाकर उसका भविष्य सुनिश्चित कर दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर बेटियों का भविष्य सुनिश्चित करने के लिए देश में शुरू की गई सुकन्या समृद्धि योजना की जानकारी देने के लिए यहां जिला महिला चिकित्सालय में आगरा के डाक सेवा निदेशक विनोद कुमार की अगुवाई में एक शिविर का आयोजन किया गया था।
चिकित्साल्य में जन्मी ‘अंकिता’ के पिता ने उसके जन्म के 10 मिनट के भीतर ही उसके नाम पर यह खाता खोल दिया। शिविर में उपस्थित लोगों को इस योजना के बारे में जानकारी देते हुए विनोद कुमार ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत 9.2 प्रतिशत की दर से ब्याज दिया जा रहा है और एक हजार रुपये प्रति माह 14 साल तक जमा करने पर 21 साल के बाद 6,50,000 रुपये के लगभग राशि मिलती है, जिससे बेटी की शिक्षा और विवाह में धन की कमी आड़े नहीं आती।
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