दूतावास के कैंप ऑफिस बंद करने के मामले में पीएम मोदी ने नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को अवगत करा दिया था.
काठमांडो:
भारत ने आज कहा कि वह नेपाल के विराटनगर में अपने दूतावास के एक कैंप ऑफिस को नेपाल सरकार के अनुरोध पर एक अगस्त से आधिकारिक तौर पर बंद कर देगा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मई में हुई नेपाल यात्रा के दौरान नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को इस निर्णय से अवगत करा दिया गया था. दूतावास ने एक बयान जारी करके कहा , ‘‘ मोटर वाहन परमिट जारी करने , भारतीय नागरिकों के पंजीकरण प्रमाणपत्र , दस्तावेजों के अनुप्रमाणन सहित अनेक सेवांए (जन्म / मृत्यु पंजीकरण) जो विराटनगर में भारतीय दूतावास का कैंप ऑफिस प्रदान कर रहा था वह एक अगस्त 2018 को बंद हो जाएगा। ’’
दूतावास ने विराटनगर में कैंप ऑफिस में दी जा रही सेवाओं के लिए संबंधित लोगों को एक अगस्त से काठमांडो में भारतीय दूतावास से संपर्क करने को कहा है.
रवांडा पहुंचे पीएम मोदी, 20 करोड़ डॉलर कर्ज की पेशकश और दूतावास खोलने की घोषणा
गौरतलब है कि कोसी की बाढ़ में 17 किलोमीटर लंबे ईस्ट - वेस्ट हाईवे के बुरी तरह क्षतिग्रस्त होने के बाद सीमाई क्षेत्रों में भारतीय मार्गों में वाहनों को पास जारी करने के लिए भारत को अस्थाई फील्ड आफिस खोलने की मंजूरी दी गई थी।
पहले ये ऑफिस पूर्वी सुनसारी जिले में खोला गया था लेकिन इसे बाद में काठमांडो से 375 किलोमीटर दूर विराटनगर स्थानांतरित कर दिया गया था। नेपाली अधिकारियों के मुताबिक हाईवे के क्षतिग्रस्त भाग की मरम्मत के बाद नेपाल ने भारत से कैंप ऑफिस बंद करने को कहा था लेकिन भारतीय पक्ष ने ऐसा नहीं किया। गौरतलब है कि 22 मई को भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि वह भारतीय दूतावास के कैंप ऑफिस को बंद कर रहा है.
वी के सिंह ने कहा, इराक में मारे गए भारतीय अवैध रूप से गए थे, दूतावास के पास नहीं उनका कोई रिकॉर्ड
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दूतावास ने विराटनगर में कैंप ऑफिस में दी जा रही सेवाओं के लिए संबंधित लोगों को एक अगस्त से काठमांडो में भारतीय दूतावास से संपर्क करने को कहा है.
रवांडा पहुंचे पीएम मोदी, 20 करोड़ डॉलर कर्ज की पेशकश और दूतावास खोलने की घोषणा
गौरतलब है कि कोसी की बाढ़ में 17 किलोमीटर लंबे ईस्ट - वेस्ट हाईवे के बुरी तरह क्षतिग्रस्त होने के बाद सीमाई क्षेत्रों में भारतीय मार्गों में वाहनों को पास जारी करने के लिए भारत को अस्थाई फील्ड आफिस खोलने की मंजूरी दी गई थी।
पहले ये ऑफिस पूर्वी सुनसारी जिले में खोला गया था लेकिन इसे बाद में काठमांडो से 375 किलोमीटर दूर विराटनगर स्थानांतरित कर दिया गया था। नेपाली अधिकारियों के मुताबिक हाईवे के क्षतिग्रस्त भाग की मरम्मत के बाद नेपाल ने भारत से कैंप ऑफिस बंद करने को कहा था लेकिन भारतीय पक्ष ने ऐसा नहीं किया। गौरतलब है कि 22 मई को भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि वह भारतीय दूतावास के कैंप ऑफिस को बंद कर रहा है.
वी के सिंह ने कहा, इराक में मारे गए भारतीय अवैध रूप से गए थे, दूतावास के पास नहीं उनका कोई रिकॉर्ड
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं