भारत में नार्को-टेररिज़्म का खतरा बढ़ता जा रहा है और पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में सीमापार से हेरोइन के अवैध कारोबार को बढ़ावा दे रहा है और उसकी कमाई का इस्तेमाल राज्य में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए कर रहा है. एनडीटीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत में डायरेक्टोरेट आफ रेवेन्यू इंटेलिजेन्स के प्रिंसिपल डीजी ने यह बात कही.
नवंबर 2018 में जम्मू में काफ़ी बड़े पैमाने पर अवैध हेरोइन की ज़ब्ती हुई और अधिकारी हैरान रह गए. इस अवैध हेरोइन से होने वाली कमाई का इस्तेमाल इस पार आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए होना था. तस्करी की इस घटना की जांच के दौरान नार्को-आतंकवाद के सबूत मिले हैं.
डायरेक्टोरेट आफ रेवेन्यू इंटेलिजेन्स के प्रिंसिपल डीजी डीपी डैश ने एनडीटीवी से खास बातचीत में यह बात कही. डैश ने कहा, "पिछले महीने डायरेक्टोरेट आफ रेवेन्यू इंटेलिजेन्स और भारतीय सेना ने मिलकर जम्मू में काफी हेरोइन सीज़ किया था. फिर कुछ ही दिन बाद उसी रूट पर हथियार और बारूद भी ज़ब्त किए गए. पाकिस्तान की तरफ से जो हेरोइन स्मगल किया गया था उसकी जांच में हमें हेरोइन की अवैध तस्करी और आतंकवाद को फंड करने को लेकर दोनों के बीच लिंक्स मिले हैं ...सीमापार से पाकिस्तान नार्को-आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है."
पंजाब से नहीं, अब जम्मू-कश्मीर से देश में आ रही है हेरोइन की खेप...
दरअसल पाकिस्तान और अफ़गानिस्तान में ड्रग्स के कारोबार और आतंकवाद का लगभग चोली-दामन का साथ रहा है. वो सिलसिला अब जम्मू-कश्मीर की तरफ़ भी फैला है. अब कश्मीर के ज़रिए अवैध हेरोइन का कारोबार पूरा देश में फैलाने की कोशिश की जा रही है.
इंटरनेशनल नार्कोटिक्स कंट्रोल बोर्ड की ताजा रिपोर्ट भी बताती है कि भारत में अवैध हेरोइन की ज़ब्ती काफ़ी ज़्यादा बढ़ी है. International Narcotics Control Board की सदस्य जगजीत पवाड़िया ने एनडीटीवी से बातचीत में इस बात की तस्दीक की है. पवाड़िया ने कहा कि अफगानिस्तान से हेरोइन पहले पाकिस्तान पहुंचता है और फिर वहां से तस्करी के ज़रिए भारत पहुंचता है.
VIDEO : जम्मू-कश्मीर से देश में आ रही अफगानी हेरोइन
मंगलवार को जारी International Narcotics Control Board की ये रिपोर्ट आतंकवाद के सिलसिले में भारत की एक और चुनौती की याद दिलाती है.
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