
नवजोत सिंह सिद्धू (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
नवजोत सिंह सिद्धू ने बीजेपी छोड़ी है या नहीं यह बात अभी तक साफ नहीं हो पाई थी. लेकिन बुधवार को इस बात का खुलासा हुआ कि दो महीने से सिद्धू के अगली राजनीतिक पार्टी को चुनने की कवायद चल रही थी लेकिन इस बीच उन्होंने बीजेपी छोड़ी नहीं थी. यानि जुलाई में राज्यसभा से इस्तीफा देने के वक्त, अरविंद केजरीवाल से बातचीत के दौरान और न ही 'आवाज़ ए पंजाब' की घोषणा के समय सिद्धू ने बीजेपी से इस्तीफा दिया था.
पूर्व क्रिकेटर और राजनेता सिद्धू ने बुधवार को बीजेपी से औपचारिक रूप से इस्तीफा दिया है. इस बारे में जानकारी उनकी पत्नी और बीजेपी की विधायक नवजोत कौर सिद्धू ने यह कहते हुए दी है कि वह भी नई पार्टी के गठन के बाद बीजेपी से इस्तीफा दे देंगी.
बता दें कि पिछले हफ्ते ही 52 साल के सिद्धू ने यह कहते हुए नई पार्टी की घोषणा की कि आप के साथ हाथ मिलाने की बात नहीं बन पाई. उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाया कि वह पार्टी में ऐसे लोग चाहते हैं जो उनकी 'हां में हां' मिलाए. साथ ही सिद्धू ने यह भी कहा कि केजरीवाल ने उनसे कहा था कि वह अगले साल होने वाले पंजाब चुनाव में हिस्सा नहीं लें.
अब नई पार्टी में सिद्धू मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे और उन्होंने 'एक जैसे विचारों' के लोगों को पार्टी में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है. वैसे सिद्धू ने सिर्फ आप को ही नहीं पंजाब में कांग्रेस के प्रमुख अमरिंदर सिंह को भी न में ही जवाब दिया है.
इससे पहले जुलाई महीने में नवजोत सिंह सिद्धू ने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया. वह पिछले 12 साल से बीजेपी के साथ जुड़े हुए थे. उनकी शिकायत थी कि 2014 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें अमृतसर से चुनाव लड़ने नहीं दिया जबकि दस साल तक उनका इस सीट पर कब्ज़ा रहा. बता दें कि सिद्धू की जगह 2014 लोकसभा चुनाव में पार्टी ने अरुण जेटली को खड़ा किया था. जो अमरिंदर सिंह से हार गए थे. स्थानीय बीजेपी नेताओं ने सिद्धू पर जेटली के वोटों के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया था.
पूर्व क्रिकेटर और राजनेता सिद्धू ने बुधवार को बीजेपी से औपचारिक रूप से इस्तीफा दिया है. इस बारे में जानकारी उनकी पत्नी और बीजेपी की विधायक नवजोत कौर सिद्धू ने यह कहते हुए दी है कि वह भी नई पार्टी के गठन के बाद बीजेपी से इस्तीफा दे देंगी.
बता दें कि पिछले हफ्ते ही 52 साल के सिद्धू ने यह कहते हुए नई पार्टी की घोषणा की कि आप के साथ हाथ मिलाने की बात नहीं बन पाई. उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाया कि वह पार्टी में ऐसे लोग चाहते हैं जो उनकी 'हां में हां' मिलाए. साथ ही सिद्धू ने यह भी कहा कि केजरीवाल ने उनसे कहा था कि वह अगले साल होने वाले पंजाब चुनाव में हिस्सा नहीं लें.
अब नई पार्टी में सिद्धू मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे और उन्होंने 'एक जैसे विचारों' के लोगों को पार्टी में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है. वैसे सिद्धू ने सिर्फ आप को ही नहीं पंजाब में कांग्रेस के प्रमुख अमरिंदर सिंह को भी न में ही जवाब दिया है.
इससे पहले जुलाई महीने में नवजोत सिंह सिद्धू ने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया. वह पिछले 12 साल से बीजेपी के साथ जुड़े हुए थे. उनकी शिकायत थी कि 2014 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें अमृतसर से चुनाव लड़ने नहीं दिया जबकि दस साल तक उनका इस सीट पर कब्ज़ा रहा. बता दें कि सिद्धू की जगह 2014 लोकसभा चुनाव में पार्टी ने अरुण जेटली को खड़ा किया था. जो अमरिंदर सिंह से हार गए थे. स्थानीय बीजेपी नेताओं ने सिद्धू पर जेटली के वोटों के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया था.
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