शिमला:
पिछले साल कुल्लू दशहरा महोत्सव के दौरान 20,000 से अधिक नर्तकों ने रंग बिरंगी कुल्लू लोकनृत्य (नाटी) में हिस्सा लिया था जिसे अब गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्डस में दर्ज किया गया है।
पिछले साल 26 अक्टूबर को कुल्लू दशहरा महोत्सव के दौरान नाटी में पारंपरिक वेशभूषा में सजे 10,000 पुरुष और 10,000 महिलाओं ने हिस्सा लिया था। ‘बेटी है अनमोल’ संदेश के प्रसार के लिए 20,000 से अधिक लोगों ने नृत्य में हिस्सा लिया था।
गिनीज बुक अधिकारियों को कार्यक्रम के बारे में सूचित किया गया था और एक घंटा चले इस कार्यक्रम पर उन्होंने नजर रखी थी। कार्यक्रम सम्पन्न कराने के पीछे रहे कुल्लू के उपायुक्त राकेश कुमार को इस कार्यक्रम के गिनीज बुक में रिकॉर्ड किए जाने के बारे में सूचित कर दिया गया।
पिछले साल 26 अक्टूबर को कुल्लू दशहरा महोत्सव के दौरान नाटी में पारंपरिक वेशभूषा में सजे 10,000 पुरुष और 10,000 महिलाओं ने हिस्सा लिया था। ‘बेटी है अनमोल’ संदेश के प्रसार के लिए 20,000 से अधिक लोगों ने नृत्य में हिस्सा लिया था।
गिनीज बुक अधिकारियों को कार्यक्रम के बारे में सूचित किया गया था और एक घंटा चले इस कार्यक्रम पर उन्होंने नजर रखी थी। कार्यक्रम सम्पन्न कराने के पीछे रहे कुल्लू के उपायुक्त राकेश कुमार को इस कार्यक्रम के गिनीज बुक में रिकॉर्ड किए जाने के बारे में सूचित कर दिया गया।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
कुल्लू, कुल्लू दशहरा, नाटी लोकनृत्य, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, बेटी है अनमोल, Kullu, Kullu Dasehra, Guinness World Records Book, Nati Dance, Beti Hai Anmol