तेजस्वी यादव (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह रेपकांड मामले (Muzaffarpur shelter home rape case) को लेकर नीतीश सरकार के खिलाफ आज राष्ट्रीय जनता दल का हल्लाबोल होगा. दिल्ली के जंतर मंतर पर राजद नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव बिहार की नीतीश सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करेंगे और विरोध-प्रदर्शऩ करेंगे. यानी आज एक बार फिर से मुजफ्फरपुर कांड की गूंज दिल्ली की सड़क पर सुनाई देगी. बताया जा रहा है कि राजद के विरोध प्रदर्शन और कैंडल मार्च में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी शामिल हो सकते हैं. इसेस पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि वह राजद के देशव्यापी धरना को अपना समर्थन देगी.
BLOG : मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले में नीतीश सरकार सोती क्यों रही?
राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी 4 अगस्त को होने वाले प्रदर्शन के लिए लगातार ट्वीट कर लोगों से समर्थन की अपील कर रहे हैं और नीतीश सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं. शनिवार यानी आज तेजस्वी ने ताजा ट्वीट कर लोगों से जंतर मंतर आने की अपील की और कहा कि भारत माता की बेटियों की सुरक्षा और सम्मान के लिए साथ आएं. इसके अलावा एक और अन्य ट्वीट में तेजस्वी ने कहा कि '' जंतर-मंतर पर धरना विशुद्ध रूप से ग़ैर-राजनीतिक है क्योंकि एक सामाजिक कार्यकर्ता होने से पहले मैं 7 बहनों का भाई, एक मां का बेटा और कई बेटियों व भगिनी का चाचा और मामा हूं. बच्चियों के साथ हुई इस अमानवीय घटना से मैं सो नहीं पाया हूं. नीतीश जी क्यों चुप हैं, यह उनसे बेहतर कौन जानता होगा?''
मुज़फ्फ़रपुर रेप कांड: तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर साधा निशाना, आरोपी ब्रजेश ठाकुर के साथ पिता की फोटो पर कही यह बात
हालांकि, जदयू ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल से मुजफ्फरपुर आश्रय गृह बलात्कार मामलों के विरोध में राजद के प्रस्तावित प्रदर्शन से दूरी बनाने को कहा है. जदयू ने कहा कि वे ‘‘मूल्य आधारित राजनीति’’ के लिए जाने जाते हैं जबकि लालू प्रसाद नीत पार्टी ‘‘जंगलराज और अपराधों’’ के लिए प्रसिद्ध है. जदयू प्रवक्ता के सी त्यागी ने राहुल गांधी और केजरीवाल से इस प्रदर्शन से दूर रहने को कहा.
मुजफ्फरपुर बालिका गृह रेप कांड: ब्रजेश ठाकुर ने बाल संरक्षण आयोग के फैसले को कैसे रुकवाया?
गौरतलब है कि राजद के प्रस्तावित देशव्यापी धरना से एक दिन पहले मुज्जफरपुर शेल्टर होम में बच्चियों से रेप और यातना के मामले में बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने पहली बार चुप्पी तोड़ी. मुजफ्फरपुर बालिका गृह रेप कांड पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मुजफ्फरपुर की घटना से हम शर्मसार हो गये. उन्होंने कहा कि किसी भी दोषी को इस मामले में बख्शा नहीं जाएगा, जो भी इसमें दोषी होगा उसे कड़ी सजा मिलेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट सीबीआई की जांच की मानिटरिंग करे.
मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड का सुप्रीम कोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान, पीड़िताओं की मोरफेड तस्वीरों पर भी लगाया बैन
गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले में 44 बच्चियों में से 34 बच्चियों के साथ यौन शोषण की पुष्टि हो चुकी है. केंद्र सरकार और बिहार सरकार की सिफारिश के बाद यह मामला अब सीबीआई के पास है और सीबीआई ने आरोपियों के खिलाफ मामला भी दर्ज कर लिया है. गुरुवार को मुजफ्फरपुर मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया और केंद्र सरकार और राज्य सरकार को नोटिस भेज जवाब मांगा. साथ ही इस मामले की रिपोर्टिंग को लेकर मीडिया को भी कड़ी फटकार लगाई.
मुजफ्फरपुर बालिका गृहकांड पर नीतीश कुमार ने तोड़ी चुप्पी, कहा- इस घटना से हम शर्मसार हो गये, दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी
3 अगस्त 2018: इस मामले पर नीतीश कुमार ने पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी और इसे शर्मसार करने वाली घटना करार दिया.
2 अगस्त 2018: सुप्रीम कोर्ट ने मामले में स्वत: सज्ञान लिया और केंद्र और राज्य सरकार को नोटिस भेज जवाब मांगा.
29 जुलाई 2018: मुजफ्फरपुर बालिका गृह रेप कांड में CBI ने आरोपी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया.
28 जुलाई को 2018: मुजफ्फरपुर बालिका आश्रय रेप कांड में 42 में से 34 बच्चियों से रेप की पुष्टि हुई.
26 जुलाई 2018: बिहार सरकार ने मुजफ्फरपुर के बालिका गृह में लड़कियों के यौन उत्पीड़न मामले की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की.
25 जुलाई 2018: तेजस्वी यादव के नेतृत्व में विपक्षी दलों के नेता मुज़फ्फ़रपुर आये. सीबीआई जांच की मांग. रवि रोशन की पत्नी ने समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति पर गंभीर आरोप लगाये.
24 जुलाई 2018: लोकसभा में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अगर बिहार सरकार चाहे तो हम सीबीआाई जांच के लिए तैयार हैं.
23 जुलाई 2018: मुजफ्फरपुर बालिका गृह के परिसर में ज़मीन की खुदाई हुई, मगर शव का कोई अवशेष नहीं मिला. इसके अलावा इसी दिन संसद में भी यह मामला उठा.
20 जुलाई 2018: पॉक्सो कोर्ट ने बालिका गृह में मृत बच्ची के शव की खोज के लिए ज़मीन खोदने का आदेश दिया. इसके अलावा मेडिकल रिपोर्ट में भी बलात्कार की पुष्टि हुई.
19 जुलाई 2018: पटना में एक बच्ची ने बयान दिया कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह में एक बच्ची की बलात्कार के बाद का हत्या कर दी गई. इसके बाद मामला और भी ज्यादा गरमा गया.
09 जुलाई 2018: मुजफ्फरपुर बालिका गृह में बच्चियों के साथ बलात्कार मामले में पटना हाईकोर्ट ने बिहार सरकार से जवाब मांगा.
03 जुलाई 2018: सीबीआई जांच के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर.
27 जून 2018: मुजफ्फरपुर बाल संरक्षण अधिकारी रवि रोशन को पुलिस ने गिरफ्तार किया.
25 जून 2018: बालिका गृह की 22 बच्चियों के बयान कोर्ट में दर्ज कराए गये. बच्चियों ने कोर्ट के समक्ष बताया कि उसे नशे की दवा खिला कर उसके साथ गलत काम किया जाता था.
15 जून 2018: मुजफ्फऱपुर जिले में तैनात समाज कल्याण के दो अधिकारी को निलंबित किया गया.
03 जून 2018: बालिका गृह के संरक्षक और मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर समेत आठ लोगों को गिरफ़्तार किया गया.
02 जून 2018: पुलिस ने मुख्य आरोपी और बालिका गृह के संचालक ब्रजेश ठाकुर समेत एनजीओ से जुड़े करीब 8 लोगों को थाने में बुलाकर पूछताछ शुरू की और बालिका गृह को सील किया गया.
31 मई, 2018: टिस की रिपोर्ट के मद्देनजर मुजफ्फरपुर बालिका गृह को खाली कराया गया और वहां की बच्चियों को पटना, मोकामा अन्य बालिका गृह में शिफ्ट किया गया. साथ ही पहली प्राथमिकी दर्ज की गई.
26 मई, 2018 : टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस की रिपोर्ट रिपोर्ट समाज कल्याण विभाग के निदेशक तक पहुंची.
फरवरी, 2018 : टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस यानी कि टिस टीम ने बिहार के बालिका आश्रय गृह पर अपनी ऑडिट रिपोर्ट समाज कल्याण विभाग को सौंपी. इस टीम ने अनपी ऑडिट में पाया था कि बालिका गृह का रख रखाव सही नहीं है और रिपोर्ट में बच्चियों के साथ दुर्रव्यवहार की शिकायतें भी मिली थीं.
VIDEO: मुजफ्फरपुर रेप मामले पर बोले नीतीश, ‘शर्मसार हैं हम’
BLOG : मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले में नीतीश सरकार सोती क्यों रही?
राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी 4 अगस्त को होने वाले प्रदर्शन के लिए लगातार ट्वीट कर लोगों से समर्थन की अपील कर रहे हैं और नीतीश सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं. शनिवार यानी आज तेजस्वी ने ताजा ट्वीट कर लोगों से जंतर मंतर आने की अपील की और कहा कि भारत माता की बेटियों की सुरक्षा और सम्मान के लिए साथ आएं. इसके अलावा एक और अन्य ट्वीट में तेजस्वी ने कहा कि '' जंतर-मंतर पर धरना विशुद्ध रूप से ग़ैर-राजनीतिक है क्योंकि एक सामाजिक कार्यकर्ता होने से पहले मैं 7 बहनों का भाई, एक मां का बेटा और कई बेटियों व भगिनी का चाचा और मामा हूं. बच्चियों के साथ हुई इस अमानवीय घटना से मैं सो नहीं पाया हूं. नीतीश जी क्यों चुप हैं, यह उनसे बेहतर कौन जानता होगा?''
मुज़फ्फ़रपुर रेप कांड: तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर साधा निशाना, आरोपी ब्रजेश ठाकुर के साथ पिता की फोटो पर कही यह बात
हालांकि, जदयू ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल से मुजफ्फरपुर आश्रय गृह बलात्कार मामलों के विरोध में राजद के प्रस्तावित प्रदर्शन से दूरी बनाने को कहा है. जदयू ने कहा कि वे ‘‘मूल्य आधारित राजनीति’’ के लिए जाने जाते हैं जबकि लालू प्रसाद नीत पार्टी ‘‘जंगलराज और अपराधों’’ के लिए प्रसिद्ध है. जदयू प्रवक्ता के सी त्यागी ने राहुल गांधी और केजरीवाल से इस प्रदर्शन से दूर रहने को कहा.
मुजफ्फरपुर बालिका गृह रेप कांड: ब्रजेश ठाकुर ने बाल संरक्षण आयोग के फैसले को कैसे रुकवाया?
गौरतलब है कि राजद के प्रस्तावित देशव्यापी धरना से एक दिन पहले मुज्जफरपुर शेल्टर होम में बच्चियों से रेप और यातना के मामले में बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने पहली बार चुप्पी तोड़ी. मुजफ्फरपुर बालिका गृह रेप कांड पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मुजफ्फरपुर की घटना से हम शर्मसार हो गये. उन्होंने कहा कि किसी भी दोषी को इस मामले में बख्शा नहीं जाएगा, जो भी इसमें दोषी होगा उसे कड़ी सजा मिलेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट सीबीआई की जांच की मानिटरिंग करे.
मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड का सुप्रीम कोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान, पीड़िताओं की मोरफेड तस्वीरों पर भी लगाया बैन
गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले में 44 बच्चियों में से 34 बच्चियों के साथ यौन शोषण की पुष्टि हो चुकी है. केंद्र सरकार और बिहार सरकार की सिफारिश के बाद यह मामला अब सीबीआई के पास है और सीबीआई ने आरोपियों के खिलाफ मामला भी दर्ज कर लिया है. गुरुवार को मुजफ्फरपुर मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया और केंद्र सरकार और राज्य सरकार को नोटिस भेज जवाब मांगा. साथ ही इस मामले की रिपोर्टिंग को लेकर मीडिया को भी कड़ी फटकार लगाई.
मुजफ्फरपुर बालिका गृहकांड पर नीतीश कुमार ने तोड़ी चुप्पी, कहा- इस घटना से हम शर्मसार हो गये, दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी
एक नजर घटनाक्रम पर...
3 अगस्त 2018: इस मामले पर नीतीश कुमार ने पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी और इसे शर्मसार करने वाली घटना करार दिया.
2 अगस्त 2018: सुप्रीम कोर्ट ने मामले में स्वत: सज्ञान लिया और केंद्र और राज्य सरकार को नोटिस भेज जवाब मांगा.
29 जुलाई 2018: मुजफ्फरपुर बालिका गृह रेप कांड में CBI ने आरोपी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया.
28 जुलाई को 2018: मुजफ्फरपुर बालिका आश्रय रेप कांड में 42 में से 34 बच्चियों से रेप की पुष्टि हुई.
26 जुलाई 2018: बिहार सरकार ने मुजफ्फरपुर के बालिका गृह में लड़कियों के यौन उत्पीड़न मामले की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की.
25 जुलाई 2018: तेजस्वी यादव के नेतृत्व में विपक्षी दलों के नेता मुज़फ्फ़रपुर आये. सीबीआई जांच की मांग. रवि रोशन की पत्नी ने समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति पर गंभीर आरोप लगाये.
24 जुलाई 2018: लोकसभा में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अगर बिहार सरकार चाहे तो हम सीबीआाई जांच के लिए तैयार हैं.
23 जुलाई 2018: मुजफ्फरपुर बालिका गृह के परिसर में ज़मीन की खुदाई हुई, मगर शव का कोई अवशेष नहीं मिला. इसके अलावा इसी दिन संसद में भी यह मामला उठा.
20 जुलाई 2018: पॉक्सो कोर्ट ने बालिका गृह में मृत बच्ची के शव की खोज के लिए ज़मीन खोदने का आदेश दिया. इसके अलावा मेडिकल रिपोर्ट में भी बलात्कार की पुष्टि हुई.
19 जुलाई 2018: पटना में एक बच्ची ने बयान दिया कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह में एक बच्ची की बलात्कार के बाद का हत्या कर दी गई. इसके बाद मामला और भी ज्यादा गरमा गया.
09 जुलाई 2018: मुजफ्फरपुर बालिका गृह में बच्चियों के साथ बलात्कार मामले में पटना हाईकोर्ट ने बिहार सरकार से जवाब मांगा.
03 जुलाई 2018: सीबीआई जांच के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर.
27 जून 2018: मुजफ्फरपुर बाल संरक्षण अधिकारी रवि रोशन को पुलिस ने गिरफ्तार किया.
25 जून 2018: बालिका गृह की 22 बच्चियों के बयान कोर्ट में दर्ज कराए गये. बच्चियों ने कोर्ट के समक्ष बताया कि उसे नशे की दवा खिला कर उसके साथ गलत काम किया जाता था.
15 जून 2018: मुजफ्फऱपुर जिले में तैनात समाज कल्याण के दो अधिकारी को निलंबित किया गया.
03 जून 2018: बालिका गृह के संरक्षक और मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर समेत आठ लोगों को गिरफ़्तार किया गया.
02 जून 2018: पुलिस ने मुख्य आरोपी और बालिका गृह के संचालक ब्रजेश ठाकुर समेत एनजीओ से जुड़े करीब 8 लोगों को थाने में बुलाकर पूछताछ शुरू की और बालिका गृह को सील किया गया.
31 मई, 2018: टिस की रिपोर्ट के मद्देनजर मुजफ्फरपुर बालिका गृह को खाली कराया गया और वहां की बच्चियों को पटना, मोकामा अन्य बालिका गृह में शिफ्ट किया गया. साथ ही पहली प्राथमिकी दर्ज की गई.
26 मई, 2018 : टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस की रिपोर्ट रिपोर्ट समाज कल्याण विभाग के निदेशक तक पहुंची.
फरवरी, 2018 : टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस यानी कि टिस टीम ने बिहार के बालिका आश्रय गृह पर अपनी ऑडिट रिपोर्ट समाज कल्याण विभाग को सौंपी. इस टीम ने अनपी ऑडिट में पाया था कि बालिका गृह का रख रखाव सही नहीं है और रिपोर्ट में बच्चियों के साथ दुर्रव्यवहार की शिकायतें भी मिली थीं.
VIDEO: मुजफ्फरपुर रेप मामले पर बोले नीतीश, ‘शर्मसार हैं हम’
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