मुंबई में सिर्फ आयकर देने वाले ही सरकार की तिजारी नहीं भर रहे हैं, बल्कि रेलवे स्टेशनों और लोकल ट्रेनों में भीख मांगने वाले भी लाखों रुपये सरकार को दे रहे हैं। रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स की मानें तो उन्होंने पिछले साल भर में भिखारियों से 70 लाख रुपये जुर्माने के रूप में वसूले हैं।
रेलवे के कानूनों के मुताबिक रेलवे परिसरों और ट्रेनों में भीख मांगना अपराध है, लेकिन स्टेशन हो या रेलगाड़ी, भिखारी मिल ही जाते हैं। कोई हारमोनियम बजाकर, कोई गाना गाकर मनोरंजन करते हुए, और कोई शारीरिक लाचारी दिखाकर भीख मांगता रहता है। लेकिन रेलवे भी अपना काम करती रहती है, और इसी के फलस्वरूप आरपीएफ ने बीते साल भिखारियों से 70 लाख रुपये का जुर्माना वसूल किया है।
आरपीएफ के सीनियर डिवीजनल कमीश्नर आलोक बोहरा के मुताबिक पहले हमारे लोग उन्हें भगाने की कोशिश करते हैं। उनके नहीं भागने की स्थिति में पकड़कर अदालत में पेश किया जाता है, जहां उन पर जुर्माना होता है। उन्होंने बताया कि पिछले साल लगभग 64,000 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई, और उनसे कुल मिलाकर लगभग एक करोड़ 78 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया, जिसमें से 70 लाख रुपये भिखारियों और उनके जैसे अवैध धंधे करने वालों ने दिए।
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