अखलाक के परिजनों से मिलने पहुंचे एआईएमआईएम असदुद्दीन ओवैसी
दादरी (ग्रेटर नोएडा):
राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के दादरी में गोमांस खाने की अफवाह फैलने के बाद पीट- पीटकर मार डाले गए अखलाक के परिजनों से आज केंद्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा और ऑल इंडिया मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी मिलने पहुंचे।
महेश शर्मा ने घटना को फिर बताया हादसा
इस मौके पर ओवैसी ने राज्य सरकार और महेश शर्मा पर जमकर निशाना साधा। वहीं दादरी पहुंचे महेश शर्मा ने एक बार फिर हमलावरों का बचाव करते हुए इस वारदात को हादसा करार दिया। महेश शर्मा ने कहा, 'कुछ लोग इस घटना पर राजनीति कर रहे हैं। इसे साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं। यह एक दुखद घटना है। 70 साल से इस गांव में मुसलमान रह रहे हैं। अखलाक की मौत एक हादसा है, ये सुनियोजित घटना नहीं है।'
उन्होंने मीडिया पर आरोप लगाया कि उनकी बातों में कुछ खास शब्दों को पकड़कर तोड़ने-मरोड़ने की कोशिश की जा रही है। शर्मा के मुताबिक, अगर वे कहते हैं कि यह हादसा नहीं साजिश थी, तो भी गलत है। इस मामले की जांच होनी चाहिए कि आखिर किस वजह से ऐसा हुआ और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा होनी चाहिए।
इलाके में लगा धारा 144
केंद्रीय मंत्री शर्मा को अखलाक के परिजनों के विरोध का सामना भी करना पड़ा। शर्मा के दौरे के बाद दादरी इलाके में धारा 144 लगा दी गई। (पढ़ें- अखिलेश ने केंद्र को गोमांस निर्यात पर बैन लगाने की दी चुनौती)
ओवैसी ने पीएम नरेंद्र मोदी और राज्य सरकार को घेरा
इस बीच, अखलाक के घरवालों से मिलने पहुंचे ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य की समाजवादी पार्टी सरकार पर भी निशाना साधा। ओवैसी ने कहा, 'पीएम ने इस मर्डर पर कुछ नहीं कहा। अफसोस है कि उन्होंने आशा भोंसले के बेटे की मौत पर ट्वीट करके दुख जताया, लेकिन अखलाक की मौत पर चुप रहे। हम तो उम्मीद कर रहे थे कि सबका साथ सबका विकास की बात कहने वाले पीएम इस मुद्दे पर ट्वीट करके जरूर कुछ कहेंगे।'
महेश शर्मा के बयान की आलोचना करते हुए ओवैसी ने कहा कि इस तरह के वाकये होते हैं, तो सिर्फ बातें नहीं होनी चाहिए। ये हादसा नहीं, सुनियोजित हत्या है। मजहब के नाम पर कत्ल किया गया है। यह मांस खाने पर नहीं, बल्कि मजहब के नाम पर हमला है। (भारत को एक 'हिंदू राष्ट्र' में बदलने की कोशिश देश को कमजोर करेगी : ओवैसी)
महेश शर्मा ने घटना को फिर बताया हादसा
इस मौके पर ओवैसी ने राज्य सरकार और महेश शर्मा पर जमकर निशाना साधा। वहीं दादरी पहुंचे महेश शर्मा ने एक बार फिर हमलावरों का बचाव करते हुए इस वारदात को हादसा करार दिया। महेश शर्मा ने कहा, 'कुछ लोग इस घटना पर राजनीति कर रहे हैं। इसे साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं। यह एक दुखद घटना है। 70 साल से इस गांव में मुसलमान रह रहे हैं। अखलाक की मौत एक हादसा है, ये सुनियोजित घटना नहीं है।'
उन्होंने मीडिया पर आरोप लगाया कि उनकी बातों में कुछ खास शब्दों को पकड़कर तोड़ने-मरोड़ने की कोशिश की जा रही है। शर्मा के मुताबिक, अगर वे कहते हैं कि यह हादसा नहीं साजिश थी, तो भी गलत है। इस मामले की जांच होनी चाहिए कि आखिर किस वजह से ऐसा हुआ और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा होनी चाहिए।
इलाके में लगा धारा 144
केंद्रीय मंत्री शर्मा को अखलाक के परिजनों के विरोध का सामना भी करना पड़ा। शर्मा के दौरे के बाद दादरी इलाके में धारा 144 लगा दी गई। (पढ़ें- अखिलेश ने केंद्र को गोमांस निर्यात पर बैन लगाने की दी चुनौती)
ओवैसी ने पीएम नरेंद्र मोदी और राज्य सरकार को घेरा
इस बीच, अखलाक के घरवालों से मिलने पहुंचे ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य की समाजवादी पार्टी सरकार पर भी निशाना साधा। ओवैसी ने कहा, 'पीएम ने इस मर्डर पर कुछ नहीं कहा। अफसोस है कि उन्होंने आशा भोंसले के बेटे की मौत पर ट्वीट करके दुख जताया, लेकिन अखलाक की मौत पर चुप रहे। हम तो उम्मीद कर रहे थे कि सबका साथ सबका विकास की बात कहने वाले पीएम इस मुद्दे पर ट्वीट करके जरूर कुछ कहेंगे।'
महेश शर्मा के बयान की आलोचना करते हुए ओवैसी ने कहा कि इस तरह के वाकये होते हैं, तो सिर्फ बातें नहीं होनी चाहिए। ये हादसा नहीं, सुनियोजित हत्या है। मजहब के नाम पर कत्ल किया गया है। यह मांस खाने पर नहीं, बल्कि मजहब के नाम पर हमला है। (भारत को एक 'हिंदू राष्ट्र' में बदलने की कोशिश देश को कमजोर करेगी : ओवैसी)
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