MNS Adhikrut के फेसबुक पेज से ली गई तस्वीर
राज ठाकरे की पार्टी MNS के आधिकारिक फेसबुक पेज पर डली कुछ तस्वीरों ने सबकी भवें तान दी हैं। पार्टी के इस फेसबुक पेज पर राज ठाकरे और शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे की वह तस्वीरें डाली गयी हैं जिनमें दोनों चचेरे भाई एक साथ दिखाई दे रहे हैं।
युवावस्था के दिनों में साथ गुजारे राज और उद्धव के ये वे पल हैं जो गुमनामी के अंधेरे में खो हो गए थे। इन तस्वीरों को देखकर FB पेज पर उभरता देख अनेकों का ध्यान इस तरफ खिंच गया है। हजारों नेट यूजर्स ने इसे लाइक किया है तो कइयों ने इसे शेयर और फॉरवर्ड भी किया है। जबकि, MNS के प्रवक्ता संदीप देशपांडे ने NDTV इंडिया से बात करते हुए कहा कि, ये तस्वीरें दुर्लभ हैं और लोग उन्हें देखना पसंद करते हैं। इसलिए ही इन्हें फेसबुक पेज पर डाला गया है।
अचानक सामने आयी इन तस्वीरों के राजनैतिक मतलब भी निकाले जा रहे हैं। MNS अधिकृत इस फेसबुक पेज पर लोगों ने प्रतिक्रिया दी है कि दोनों भाइयों को जल्द एकसाथ आना चाहिए।
शिवसेना के प्रवक्ता अरविन्द भोसले ने NDTV इंडिया से बात करते हुए कहा है कि दोनों भाई साथ आ जाएं यह महाराष्ट्र के कई लोगों की इच्छा है। लेकिन, साथ आना है या नहीं, इसका फैसला इन दोनों भाइयों के अलावा दूसरा कोई और नहीं कर सकता।
ठाकरे परिवार के यह दोनों भाई 2006 में एक दूसरे से अलग हो गए जब राज ठाकरे ने अपनी अलग पार्टी बनायी। इस के बाद दोनों भाइयों के बीच जुबानी लेकर सड़क तक संघर्ष तेज़ हुआ। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में दोनों भाई बीजेपी से शिकस्त खा गए। तब से अपना वजूद तलाशने के लिए इनके एकसाथ आने की सुगबुगाहट तेज़ हो चली है।
युवावस्था के दिनों में साथ गुजारे राज और उद्धव के ये वे पल हैं जो गुमनामी के अंधेरे में खो हो गए थे। इन तस्वीरों को देखकर FB पेज पर उभरता देख अनेकों का ध्यान इस तरफ खिंच गया है। हजारों नेट यूजर्स ने इसे लाइक किया है तो कइयों ने इसे शेयर और फॉरवर्ड भी किया है। जबकि, MNS के प्रवक्ता संदीप देशपांडे ने NDTV इंडिया से बात करते हुए कहा कि, ये तस्वीरें दुर्लभ हैं और लोग उन्हें देखना पसंद करते हैं। इसलिए ही इन्हें फेसबुक पेज पर डाला गया है।
मा.राजसाहेब ठाकरे, मा.उद्धवजी ठाकरे आणि मा.जयदेवजी ठाकरे यांचे काही दुर्मिळ फोटो एमएनएस अधिकृतच्या हाती लागले. काही दशक...
Posted by MNS Adhikrut on Monday, 21 September 2015
अचानक सामने आयी इन तस्वीरों के राजनैतिक मतलब भी निकाले जा रहे हैं। MNS अधिकृत इस फेसबुक पेज पर लोगों ने प्रतिक्रिया दी है कि दोनों भाइयों को जल्द एकसाथ आना चाहिए।
शिवसेना के प्रवक्ता अरविन्द भोसले ने NDTV इंडिया से बात करते हुए कहा है कि दोनों भाई साथ आ जाएं यह महाराष्ट्र के कई लोगों की इच्छा है। लेकिन, साथ आना है या नहीं, इसका फैसला इन दोनों भाइयों के अलावा दूसरा कोई और नहीं कर सकता।
ठाकरे परिवार के यह दोनों भाई 2006 में एक दूसरे से अलग हो गए जब राज ठाकरे ने अपनी अलग पार्टी बनायी। इस के बाद दोनों भाइयों के बीच जुबानी लेकर सड़क तक संघर्ष तेज़ हुआ। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में दोनों भाई बीजेपी से शिकस्त खा गए। तब से अपना वजूद तलाशने के लिए इनके एकसाथ आने की सुगबुगाहट तेज़ हो चली है।
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