नई दिल्ली:
दिल्ली के नजफगढ़ इलाके में विधायक भरत सिंह को कुछ अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी है। यह घटना शनिवार सुबह की है, जिसके बाद भरत सिंह को जनकपुरी के माता चानन देवी अस्पताल में भर्ती कराया गया। विधायक को तीन गोलियां लगीं- एक हाथ में और दो पेट में। तीनों गोलियों को निकाल लिया गया है, लेकिन डॉक्टरों के मुताबिक हालत अब भी खतरे से बाहर नहीं कही जा सकती। विधायक पर फायरिंग करनेवाले एक हमलावर की पहचान हो गई है। मुख्य आरोपी विक्की है, जो झरोदा गांव का रहने वाला है। पुलिस को शक है कि राजनीतिक रंजिश की वजह यह गोलीबारी की गई है।
चश्मदीदों के मुताबिक हमलावर पल्सर बाइक पर सवार थे, जिसका नंबर भी नोट किया गया, लेकिन वह नंबर फर्जी निकला। विधायक भरत सिंह पर हमला उस वक्त हुआ, जब वह अपने दफ्तर आ रहे थे। दफ्तर के बाहर जब वह अपनी कार पार्क कर रहे थे, तभी लाल पल्सर पर सवार अज्ञात लोगों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिससे बचने के लिए विधायक दफ्तर में घुसे, लेकिन हमलावर भी पीछे-पीछे वहां पहुंच गए। उस वक्त विधायक के मामा धर्मपाल भी मौजूद थे, जिसकी वजह से उन्हें भी गोली लगी है।
भरत सिंह ने चुनाव निर्दलीय जीता, लेकिन वह आईएनएलडी के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। भरत सिंह इलाके के मशहूर बाहुबली किशन पहलवान के भाई हैं, जिसका पूरे इलाके में दबदबा है। बताया जा रहा है कि किशन पहलवान और अनूप जाट के बीच लंबे समय तक गैंगवार चला। हालांकि 2004 के बाद से कोई बड़ी घटना नहीं हुई है।
इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस के कमिश्नर बीके गुप्ता ने मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से मुलाकात की। पुलिस कमिश्नर ने भरोसा दिलाया कि हमलावरों को शाम तक गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा है कि अगर किसी विधायक को किसी तरह का खतरा है, तो उन्हें पूरी सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी।
आईएनएलडी के अध्यक्ष ओमप्रकाश चौटाला ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि कांग्रेस के राज में कोई भी सुरक्षित नहीं है और कांग्रेस सरकार असमाजिक तत्वों पर काबू पाने की बजाय उन्हें बढ़ावा दे रही है।
चश्मदीदों के मुताबिक हमलावर पल्सर बाइक पर सवार थे, जिसका नंबर भी नोट किया गया, लेकिन वह नंबर फर्जी निकला। विधायक भरत सिंह पर हमला उस वक्त हुआ, जब वह अपने दफ्तर आ रहे थे। दफ्तर के बाहर जब वह अपनी कार पार्क कर रहे थे, तभी लाल पल्सर पर सवार अज्ञात लोगों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिससे बचने के लिए विधायक दफ्तर में घुसे, लेकिन हमलावर भी पीछे-पीछे वहां पहुंच गए। उस वक्त विधायक के मामा धर्मपाल भी मौजूद थे, जिसकी वजह से उन्हें भी गोली लगी है।
भरत सिंह ने चुनाव निर्दलीय जीता, लेकिन वह आईएनएलडी के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। भरत सिंह इलाके के मशहूर बाहुबली किशन पहलवान के भाई हैं, जिसका पूरे इलाके में दबदबा है। बताया जा रहा है कि किशन पहलवान और अनूप जाट के बीच लंबे समय तक गैंगवार चला। हालांकि 2004 के बाद से कोई बड़ी घटना नहीं हुई है।
इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस के कमिश्नर बीके गुप्ता ने मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से मुलाकात की। पुलिस कमिश्नर ने भरोसा दिलाया कि हमलावरों को शाम तक गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा है कि अगर किसी विधायक को किसी तरह का खतरा है, तो उन्हें पूरी सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी।
आईएनएलडी के अध्यक्ष ओमप्रकाश चौटाला ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि कांग्रेस के राज में कोई भी सुरक्षित नहीं है और कांग्रेस सरकार असमाजिक तत्वों पर काबू पाने की बजाय उन्हें बढ़ावा दे रही है।
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