रेल मंत्रालय ने ट्रेनों के बारे में दी जानकारी, पश्चिम बंगाल के गृह सचिव ने लगाया गुमराह करने का आरोप

रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्रेनों के संबंध में जानकारी दी गई, जिसके बाद पश्चिम बंगाल के गृह सचिव ने ट्वीट कर रेलवे पर गलत जानकारी देने और गुमराह करने का आरोप लगाया.

रेल मंत्रालय ने ट्रेनों के बारे में दी जानकारी, पश्चिम बंगाल के गृह सचिव ने लगाया गुमराह करने का आरोप

श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को लेकर पश्चिम बंगाल और केंद्र सरकार आमने-सामने है. (फाइल फोटो)

खास बातें

  • ट्रेनों पर पश्चिम बंगाल और केंद्र सरकार आमने-सामने
  • गृह सचिव ने लगाया रेलवे पर गलत जानकारी देने का आरोप
  • गृह मंत्री अमित शाह ने लिखी थी CM ममता बनर्जी को चिट्ठी
नई दिल्ली:

देशभर में फंसे पश्चिम बंगाल (West Bengal Labours) के मजदूरों व अन्य कामगारों को लेकर केंद्र और राज्य सरकार आमने-सामने है. रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्रेनों के संबंध में जानकारी दी गई, जिसके बाद पश्चिम बंगाल के गृह सचिव ने ट्वीट कर रेलवे पर गलत जानकारी देने और गुमराह करने का आरोप लगाया. मंत्रालय की ओर से ट्वीट कर बताया गया था कि भारतीय रेलवे ने फंसे हुए लोगों के लिए अभी तक 300 से ज्यादा ट्रेनें चलाई हैं. ज्यादातर ट्रेनें उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और ओडिशा में चलाई गई हैं.

रेल मंत्रालय ने बताया कि पश्चिम बंगाल से केवल दो श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने की अनुमति मिली है, एक अजमेर शरीफ से और दूसरी एरनाकुलम से. गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के निवेदन के बाद पश्चिम बंगाल सरकार ने दो ट्रेनें पंजाब से, दो तमिलनाडु से, तीन कर्नाटक से और एक ट्रेन तेलंगाना से चलाए जाने को स्वीकृति दी है.

मंत्रालय ने आगे जानकारी दी कि बंगाल की ओर से महाराष्ट्र से ट्रेन चलाए जाने की अनुमति नहीं मिली है. पश्चिम बंगाल में 16 ट्रेनें भेजने की जरूरत है और अभी 6 ट्रेनों के संचालन की मंजूरी लंबित है. भारतीय रेलवे द्वारा दी गई इस जानकारी के बाद बंगाल के गृह सचिव ने ट्वीट करते हुए मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी का खंडन किया. उन्होंने कहा कि रेलवे मंत्रालय के ट्वीट गलत और गुमराह करने वाले हैं.

गृह सचिव ने कहा कि ट्वीट में बताई गईं सभी ट्रेनों को संचालन की मंजूरी दी जा चुकी है. इस संबंध में आज (शनिवार) कोई फैसला नहीं किया गया है. अग्रिम फैसले आगे की कार्यवाही के बाद लिए जाएंगे.

बताते चलें कि प्रवासी मजदूरों की वापसी को लेकर चल रही तकरार ने राज्य में कोविड-19 संकट को लेकर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी दल भाजपा के बीच राजनीतिक घमासान को और ज्यादा बढ़ा दिया है. तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व सांसद अभिषेक बनर्जी ने अमित शाह पर आरोप लगाया कि वह झूठ फैला रहे हैं. उन्होंने शाह को अपने आरोप साबित करने या माफी मांगने को भी कहा. इस पर भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि राज्य सरकार सिर्फ एक खास समुदाय के लोगों को वापस लाने की व्यवस्था कर रही है. 

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