'मेट्रो मैन' ई. श्रीधरन बोले, 'मेरा लक्ष्‍य केरल में बीजेपी को सत्‍ता में लाना, सीएम पद संभालने को तैयार'

श्रीधरन ने कहा, उनका मुख्य लक्ष्य केरल में पार्टी को सत्ता में लाना है और वह मुख्यमंत्री पद संभालने के लिए तैयार रहेंगे.

'मेट्रो मैन' ई. श्रीधरन बोले, 'मेरा लक्ष्‍य केरल में बीजेपी को सत्‍ता में लाना, सीएम पद संभालने को तैयार'

ई. श्रीधरन अगले सप्ताह BJP में शामिल होकर सियासी मैदान में कदम रखेंगे

खास बातें

  • कहा, बीजेपी सत्‍ता में आई तो सीएम पद संभालने का तैयार
  • राज्‍य को कर्ज के जाल से निकालने पर ध्‍यान देना होगा
  • 21 फरवरी को औपचारिक रूप से बीजेपी में शामिल होंगे श्रीधरन
नई दिल्ली:

अगले सप्ताह भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होकर राजनीति में कदम रखने जा रहे 'मेट्रो मैन' ई श्रीधरन (E. Sreedharan) ने कहा है कि उनका मुख्य लक्ष्य केरल में पार्टी को सत्ता में लाना है और वह मुख्यमंत्री पद संभालने के लिए तैयार रहेंगे. उन्होंने शुक्रवार को कहा कि यदि भाजपा को इस साल अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत मिलती है तो उनका ध्यान बड़े स्तर पर आधारभूत संरचना का विकास करना और राज्य को कर्ज के जाल से निकालना होगा.‘मेट्रो मैन' के नाम से मशहूर और आधारभूत ढांचे से जुड़ी बड़ी परियोजनाओं के विकास में अपनी कुशलता दिखा चुके श्रीधरन ने कहा कि अगर पार्टी चाहेगी तो वह विधानसभा चुनाव लड़ेंगे और पार्टी कहेगी तो मुख्यमंत्री का पद भी संभाल सकते हैं.

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88 वर्ष के श्रीधरन ने स्पष्ट कर दिया कि राज्यपाल पद संभालने में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है. उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह संवैधानिक पद है और कोई शक्ति नहीं है और वह ऐसे पद पर रहकर राज्य के लिए कोई सकारात्मक योगदान नहीं दे पाएंगे.उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मुख्य मकसद भाजपा को केरल में सत्ता में लाना है. अगर भाजपा केरल में चुनाव जीतती है तो तीन-चार ऐसे क्षेत्र होंगे जिसपर हम ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं. इसमें बड़े स्तर पर आधारभूत संरचना का विकास और राज्य में उद्योगों को लाना शामिल है.''

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केरल के पोन्नाली में रह रहे श्रीधरन ने फोन पर  बातचीत करते हुए कहा कि ‘कर्ज के जाल में फंसे' राज्य की वित्तीय दशा सुधारने के लिए वित्त आयोग का भी गठन किया जाएगा.उन्होंने कहा, ‘‘आज राज्य कर्ज के जाल में फंसा है. बहुत सारा उधार है. प्रत्येक मलयाली पर आज 1.2 लाख रुपये का कर्ज है. इसका मतलब है कि हम दिवालिया होने की तरफ बढ़ रहे हैं और सरकार अब भी उधार ले रही है. राज्य की वित्तीय हालत सुधारने की जरूरत है और हम इसका समाधान निकालेंगे.''

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)