निजी और सरकारी डॉक्टरों की हड़ताल के चलते राजस्थान में चिकित्सा सेवाएं ठप्प

राज्य भर में सभी निजी अस्पताल और नर्सिंग होम बंद रहे, जबकि सरकारी चिकित्सकों ने बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) कार्य का बहिष्कार किया. निजी अस्पतालों में आपातकालीन सेवाएं भी बंद रहीं.

निजी और सरकारी डॉक्टरों की हड़ताल के चलते राजस्थान में चिकित्सा सेवाएं ठप्प

अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सा संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अजय चौधरी ने बताया, ‘‘हमारा विरोध मांगें पूरी होने तक जारी रहेगा.

जयपुर:

राजस्थान के दौसा जिले के लालसोट में डॉ अर्चना शर्मा आत्महत्या मामले के विरोध में शनिवार को निजी और सरकारी अस्पतालों के चिकित्सकों की हड़ताल के चलते राज्यभर में चिकित्सा सेवाएं ठप्प रहीं. लालसोट की डॉ. अर्चना शर्मा आत्महत्या मामले में तीन पुलिसकर्मियों सहित छह आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाने) के तहत मामला दर्ज करने की मांग को लेकर चिकित्सक संघों ने शनिवार को राज्यभर में स्वास्थ्य सेवाओं को बंद करने का आह्वान किया था. चिकित्सकों की हड़ताल रविवार को भी जारी रहेगी.

लालसोट में एक निजी अस्पताल की महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. अर्चना शर्मा ने मंगलवार को कथित तौर पर फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली थी. डॉ. शर्मा के खिलाफ सोमवार को उनके निजी अस्पताल में एक गर्भवती की मौत के बाद इलाज में लापरवाही बरतने का मामला दर्ज किया गया था.

राज्य भर में सभी निजी अस्पताल और नर्सिंग होम बंद रहे, जबकि सरकारी चिकित्सकों ने बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) कार्य का बहिष्कार किया. निजी अस्पतालों में आपातकालीन सेवाएं भी बंद रहीं.

अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सा संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अजय चौधरी ने बताया, ‘‘हमारा विरोध मांगें पूरी होने तक जारी रहेगा. हम डॉ. अर्चना शर्मा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत मामला दर्ज करने वाले पुलिस अधिकारी को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं.'' उन्होंने कहा कि राज्यभर के सभी सरकारी अस्पतालों में ओपीडी काम नहीं कर रही है.

निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम सोसायटी के सचिव डॉ. विजय कपूर ने कहा कि शनिवार को निजी अस्पताल पूरी तरह बंद रहे. उन्होंने कहा कि हड़ताल कल भी जारी रहेगी.

इस बीच, दौसा में इंडियन मेडिकल ऐसोसिएशन (आईएमए) का प्रतिनिधित्व कर रहे चिकित्सकों के एक वर्ग ने जिलाधिकारी से चर्चा के बाद हड़ताल के आह्वान को वापस लेने की घोषणा की. वहीं, डॉ. अर्चना शर्मा के पति ने हड़ताल को कमजोर करने का आरोप लगाया.

दौसा में आईएमए के प्रतिनिधी डॉ. महेश शर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन ने मामले में उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है इसलिए हड़ताल खत्म कर दी गई. इस पर, प्रतिक्रिया देते हुए डॉ. अर्चना शर्मा के पति डॉ. सुनीत शर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि डॉ. महेश शर्मा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता डॉ. किरोड़ी मीणा के इशारे पर आंदोलन को कमजोर कर रहे हैं.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)