एटा:
उत्तर प्रदेश की एक अदालत ने शनिवार को पुलिस को निर्देश दिया कि वह मायावती सरकार में पशुपालन एवं डेयरी विकास मंत्री अवध पाल सिंह के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करे। एटा जिले के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी संतोष बुद्धिसागर मिश्रा ने यह निर्देश एक निजी सुरक्षा गार्ड संतोष के भाई के आवेदन पर जारी किया। संतोष की 10 जून को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। ज्ञात हो कि लखनऊ से लगभग 270 किलोमीटर दूर एटा जिले के जैथरा कस्बे में गार्ड की हत्या उसके नियोक्ता विजय वर्मा और उसके बेटे मिथुन वर्मा के साथ की गई थी। मारे गए सुरक्षा गार्ड के भाई ने आरोप लगाया है कि इन हत्याओं की साजिश मंत्री यादव ने रची थी। उसने आरोप लगाया कि हत्या की साजिश रचने में मंत्री के दो भाई चंद्र प्रताप सिंह (बहुजन समाज पार्टी के विधायक) और अमरपाल सिंह यादव तथा मंत्री के बेटे रंजीत यादव शामिल थे। तिहरी हत्या पांच नकाबपोश लोगों ने की थी। पीड़ित आभूषण व्यापारी परिवार ने प्रारम्भ में मंत्री का नाम हत्या की साजिश रचने वाले के तौर पर लिया था लेकिन बाद में उसने अपना आरोप वापस ले लिया। हाल ही में आई लोकायुक्त की रिपोर्ट में भी मंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं।
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