कन्नूर (केरल):
राजस्थान में एक जर्मन महिला के साथ बलात्कार के दोषी बिट्टी मोहंती के शक में गिरफ्तार शख्स ने अब यह कहा है कि वह बिट्टी मोहंती नहीं है। गौरतलब है कि शुक्रवार को केरल पुलिस ने एक शख्स को बिट्टी मोहंती होने के शक में गिरफ्तार किया था और अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
ओडिशा के पूर्व पुलिस महानिदेशक बीबी मोहंती का पुत्र बिट्टी अपने जमानत के दौरान भाग गया था और करीब सात साल से फरार चल रहा था।
पुलिस ने बताया था कि यह शख्स खुद को आंध्र प्रदेश का ‘राघव राजा’ बता कर सार्वजनिक क्षेत्र के एक बैंक में पिछले तीन वर्ष से परिवीक्षाधीन अधिकारी के तौर पर काम कर रहा था। यहां के नजदीकी पझयांगादी से कल रात पुलिस ने उसे हिरासत में लिया था।
इस व्यक्ति को प्रथम श्रेणी के न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया था। अदालत ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
दिल्ली सामूहिक बलात्कार घटना के बाद बिट्टी की तस्वीरें विभिन्न सेक्स अपराधों के अभियुक्तों की तस्वीरों के साथ जब कई टेलीविजन चैनलों द्वारा दिखाई गईं और इंटरनेट पर भी बड़ी संख्या में उसकी तस्वीरें दिखीं तो उसके सहकर्मियों को इस शख्स की वास्तविक पहचान के संबंध में शक होने लगा।
सूत्रों ने बताया कि इस व्यक्ति को पिछले सप्ताह उसके स्थानीय निवास से हिरासत में लिया गया था और पूछताछ में उसने अपनी सही पहचान बिट्टी होने की बात कबूल की थी।
पुलिस ने अपनी जानकारी की पुष्टि करने के लिए राजस्थान, आंध्र प्रदेश और ओड़िशा पुलिस ने भी संपर्क किया था।
कन्नूर के पुलिस अधीक्षक राहुल आर नायर ने बताया कि राजस्थान पुलिस से कन्नूर आने को कहा गया है क्योंकि बिट्टी को अलवर में 26 वर्षीय जर्मन महिला के बलात्कार के मामले में वर्ष 2006 में सात वर्ष कैद की सजा सुनाई गई थी।
स्थानीय पुलिस थाने में दर्ज प्राथमिकी में बिट्टी पर धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा के आरोप भी लगे हैं। बता दें कि राजस्थान पुलिस केरल जा रही है ताकि इस शख्स को हिरासत में लिया जा सके।
ओडिशा के पूर्व पुलिस महानिदेशक बीबी मोहंती का पुत्र बिट्टी अपने जमानत के दौरान भाग गया था और करीब सात साल से फरार चल रहा था।
पुलिस ने बताया था कि यह शख्स खुद को आंध्र प्रदेश का ‘राघव राजा’ बता कर सार्वजनिक क्षेत्र के एक बैंक में पिछले तीन वर्ष से परिवीक्षाधीन अधिकारी के तौर पर काम कर रहा था। यहां के नजदीकी पझयांगादी से कल रात पुलिस ने उसे हिरासत में लिया था।
इस व्यक्ति को प्रथम श्रेणी के न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया था। अदालत ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
दिल्ली सामूहिक बलात्कार घटना के बाद बिट्टी की तस्वीरें विभिन्न सेक्स अपराधों के अभियुक्तों की तस्वीरों के साथ जब कई टेलीविजन चैनलों द्वारा दिखाई गईं और इंटरनेट पर भी बड़ी संख्या में उसकी तस्वीरें दिखीं तो उसके सहकर्मियों को इस शख्स की वास्तविक पहचान के संबंध में शक होने लगा।
सूत्रों ने बताया कि इस व्यक्ति को पिछले सप्ताह उसके स्थानीय निवास से हिरासत में लिया गया था और पूछताछ में उसने अपनी सही पहचान बिट्टी होने की बात कबूल की थी।
पुलिस ने अपनी जानकारी की पुष्टि करने के लिए राजस्थान, आंध्र प्रदेश और ओड़िशा पुलिस ने भी संपर्क किया था।
कन्नूर के पुलिस अधीक्षक राहुल आर नायर ने बताया कि राजस्थान पुलिस से कन्नूर आने को कहा गया है क्योंकि बिट्टी को अलवर में 26 वर्षीय जर्मन महिला के बलात्कार के मामले में वर्ष 2006 में सात वर्ष कैद की सजा सुनाई गई थी।
स्थानीय पुलिस थाने में दर्ज प्राथमिकी में बिट्टी पर धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा के आरोप भी लगे हैं। बता दें कि राजस्थान पुलिस केरल जा रही है ताकि इस शख्स को हिरासत में लिया जा सके।
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