
पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (TMC) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता एक दूसरे पर खुलकर हमला बोल रहे हैं. इस बीच बंगाल BJP चीफ दिलीप घोष (Dilip Ghosh) ने कहा कि ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) अगले साल मुख्यमंत्री पद की शपथ नहीं ले पाएंगी. हालांकि इसके कुछ समय बाद ही मुख्यमंत्री ने यह दावा किया कि 2021 में तृणमूल कांग्रेस एक बार फिर सत्ता में आएगी.
दिलीप घोष ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'हमने आज एक सर्कस देखा. इस बार उनका 95 फीसदी भाषण भाजपा के लिए था. यह दिखाता है कि वह भारतीय जनता पार्टी से डरती हैं. वह विभिन्न राजनीतिक दलों के लोगों से आने का आग्रह कर रही हैं, क्योंकि कोई भी उनकी पार्टी में शामिल नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि मैं दावा कर रहा हूं कि वह अगले साल वह मुख्यमंत्री के रूप में शपथ नहीं ले पाएंगी.'
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उन्होंने कहा, 2019 के लोकसभा चुनाव में उनके भतीजे ने कहा था कि हम सभी 42 सीटों पर जीत हासिल करेंगे. लेकिन मैंने हमेशा कहा कि '2019 में टीएमसी हाफ और 2021 में साफ'. (TMC का वोट 2019 में आधा हो जाएगा) यानी 2021 में इसका सफाया हो जाएगा.
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उधर, एक रैली को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य में टीएमसी सत्ता बरकरार रखेगी और 2021 के विधानसभा चुनावों में भाजपा को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा. उन्होंने कहा, 'राज्य पर बाहरी और गुजरात के लोग नहीं, बल्कि बंगाल के लोग शासन करेंगे. हमें यह सुनिश्चित करने का प्रयास करना चाहिए कि भाजपा के सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो जाए.'
उन्होंने कहा, 'हम 2021 के विधानसभा चुनावों में भाजपा को पश्चिम बंगाल से बाहर कर देंगे. तृणमूल कांग्रेस फिर से सरकार बनाएगी. अगला चुनाव राज्य के साथ-साथ देश को भी नई दिशा दिखाएगा. बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा पश्चिम बंगाल में 42 में से 18 सीटें हासिल करने के बाद सत्तारूढ़ टीएमसी के खिलाफ मुख्य विपक्ष के रूप में उभरी है.
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