कोलकाता:
अपनी सरकार की आलोचना का सामना कर रहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वह आलोचना करने वालों पर कोई कार्रवाई तो नहीं करना चाहतीं, लेकिन जो ऐसा कर रहे हैं, वे खुद ही एक दिन आलोचना करना बंद कर देंगे।
ममता ने कहा, "जनता की सेवा करने से मुझे कोई डिगा नहीं सकता। राजा चले बाजार, कुत्ता भौंके हजार।" मुख्यमंत्री ने कहा कि वह लोगों के लिए लड़ती रही हैं और जब तक जीवित हैं, ऐसा करना जारी रखेंगी। उन्होंने कहा, मुझे महल या करोड़ों रुपये की जरूरत नहीं है, लेकिन मैं लोगों की सेवा करती रहूंगी।
ममता ने कहा, जो हमें बदनाम कर रहे हैं, वे एक दिन ऐसा करना बंद कर देंगे। ऐसा मेरा मानना है। लेकिन मैं बदले की भावना से काम नहीं करूंगी। मैं किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने जा रही। मेरा ऐसे लोगों से कोई रिश्ता नहीं है, जो मां, माटी और मानुष की छवि खराब करना चाहते हैं।
उद्योगपतियों से राज्य में निवेश करने का अनुरोध करते हुए ममता ने कहा कि मीडिया के एक तबके का निहित स्वार्थ है और वह इसी स्वार्थ को साधने के लिए दुष्प्रचार कर रहा है। माकपा ममता बनर्जी के बयान को अंडरवर्ल्ड की भाषा करार देते हुए उनकी आलोचना की है।
माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य सूर्यकांत मिश्रा ने कहा कि ममता ने विपक्ष की आलोचना के जवाब में जिन शब्दों का इस्तेमाल किया, उससे यह पता नहीं चलता कि वह बंगाल का निर्माण कर रही हैं या उसे तोड़ रही है। उन्होंने अपनी भाषा में जिस बात का जिक्र किया, वह अंडरवर्ल्ड की भाषा के समान है।
ममता ने कहा, "जनता की सेवा करने से मुझे कोई डिगा नहीं सकता। राजा चले बाजार, कुत्ता भौंके हजार।" मुख्यमंत्री ने कहा कि वह लोगों के लिए लड़ती रही हैं और जब तक जीवित हैं, ऐसा करना जारी रखेंगी। उन्होंने कहा, मुझे महल या करोड़ों रुपये की जरूरत नहीं है, लेकिन मैं लोगों की सेवा करती रहूंगी।
ममता ने कहा, जो हमें बदनाम कर रहे हैं, वे एक दिन ऐसा करना बंद कर देंगे। ऐसा मेरा मानना है। लेकिन मैं बदले की भावना से काम नहीं करूंगी। मैं किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने जा रही। मेरा ऐसे लोगों से कोई रिश्ता नहीं है, जो मां, माटी और मानुष की छवि खराब करना चाहते हैं।
उद्योगपतियों से राज्य में निवेश करने का अनुरोध करते हुए ममता ने कहा कि मीडिया के एक तबके का निहित स्वार्थ है और वह इसी स्वार्थ को साधने के लिए दुष्प्रचार कर रहा है। माकपा ममता बनर्जी के बयान को अंडरवर्ल्ड की भाषा करार देते हुए उनकी आलोचना की है।
माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य सूर्यकांत मिश्रा ने कहा कि ममता ने विपक्ष की आलोचना के जवाब में जिन शब्दों का इस्तेमाल किया, उससे यह पता नहीं चलता कि वह बंगाल का निर्माण कर रही हैं या उसे तोड़ रही है। उन्होंने अपनी भाषा में जिस बात का जिक्र किया, वह अंडरवर्ल्ड की भाषा के समान है।
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