क्रूज ड्रग्स पार्टी मामले में कैबिनेट मंत्री असलम शेख (Aslam Shaikh) ने भी बयान दिया है. दरअसल, नवाब मलिक ने रविवार को कहा था कि असलम शेख को भी क्रूज पर ले जाने की कोशिश थी, लेकिन वे गए नहीं. शेख ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार को बदनाम करने और गिराने की साजिश पहले दिन से हो रही है. शपथ विधि के दिन से ही बीजेपी महाराष्ट्र सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रही है. शाहरुख खान के लड़के के मामले में जो बातें सामने आई, उसे नवाब मलिक ने सारे सबूत के साथ आपके सामने रखे हैं. कल नवाब मलिक ने बताया कि मुझे भी क्रूज़ पर आमंत्रित किया गया. काशिफ नाम का शख्स, जिसे मैं नहीं जानता, उसने मुझे बुलाया. मैं पालक मंत्री हूं, इस शहर का.. लोग मुझे अलग-अलग जगह बुलाते हैं, इसलिए मुझे भी बुलाया गया. इसमें षड्यंत्र है या नहीं, इसकी जांच अब दो एजेंसी कर रही हैं. दिनभर में 50 लोग मुझे बुलाते हैं. किसी के जन्मदिन या किसी की मय्यत में भी जाना पड़ता है.
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उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह से मामला शुरुआती तौर पर चला, तब लग रहा था कि यह ड्रग्स का मामला है, लेकिन जब आर्यन खान का नाम आया तब मीडिया इसे तत्परता से कवर करने लगा. गुजरात में पकड़े गए ड्रग्स पर किसी ने बात नहीं की. जिसके पास ड्रग्स नहीं मिला, वो जेल में रहा. पहले भी देखा है कि सुशांत सिंह राजपूत और दिशा की आत्महत्या के मामलों में हमारे नेताओं का नाम लिया गया. मीडिया ने यह बिहार चुनाव तक चलाया. क्या मीडिया के किसी एडिटर ने माफी मांगी कि हमने मर्डर केस चलाया. लोगों के जो बयान आ रहे हैं, उसे देखिए. किसी के पास अगर मंत्री या सरकार से जुड़े कोई सबूत हैं, तो उसे वो जनता के सामने रखें. उन्होंने सवाल भी किया कि आज नोटबंदी का दिन है, कितने लोग मर गए थे, लेकिन उस पर कोई चर्चा नहीं है.
असलम शेख ने आगे कहा कि क्रूज़ को परमिशन देने का काम राज्य सरकार का नहीं है, मेरे विभाग ने या महाराष्ट्र की सरकार ने अनुमति नहीं दी, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि क्रूज नहीं चलना चाहिए. बीमार को नहीं, बीमारी को मारना चाहिए, बच्चों को नहीं, आरोपियों को पकड़ना चाहिए. 20 हजार करोड़ के ड्रग्स की बात की जानी चाहिए. दो एजेंसी क्रूज मामले की जांच कर रहे हैं.. उन्हें जो जांच करने की ज़रूरत होगी, वो करेंगे. मेरे पास गृह विभाग नहीं है, इसलिए मुझे इसकी जानकारी नहीं है, जिनके पास यह सब है, वो इसकी जांच कर रहे हैं. मामले को डाइवर्ट करने का, गुमराह करने का काम शुरू है. बीजेपी के लोग इस मामले में क्यों कूद रहे हैं? क्या वो केंद्र की एजेंसी के प्रवक्ता हैं?
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