फाइल फोटो
मुंबई:
महाराष्ट्र सरकार ने थाली पर तकरार से आंखें मूंदें रखने का फैसला किया है। उसने मुंबई से सटे मीरा भायंदर में पर्यूषण पर्व के दौरान चिकन-मिटन की दुकानें 8 दिनों तक बंद रखने के महानगरपालिका के फैसले पर दखल देने से इंकार कर दिया है। मीराभायंदर में बीजेपी की सत्ता है। मीट बैन फैसले के खिलाफ शिवसेना ने कांग्रेस-एनसीपी के साथ मिलकर मोर्चा खोल दिया है।
महाराष्ट्र में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री एकनाथ खडसे ने साफ कह दिया इस मामले में सारे जवाब महानगरपालिका के लोग ही देंगे, स्थानीय रूप में उन्हें नियम बनाने का हक है, राज्य सरकार इस मामले में कोई दखल नहीं देगी।
दरअसल, 10 सितंबर से लेकर 28 सितंबर तक जैन समुदाय का पर्व पर्यूषण है। इस दौरान इलाके में सभी मांस की दुकानों को बंद रखने का फैसला महानगरपालिका ने 27 के मुकाबले 29 मतों से पारित कर दिया है। पहले इलाके में 18 दिनों तक मटन-चिकन की दुकानें बंद रखने के फैसला किया गया था लेकिन बक़रीद के मद्देनज़र दुकानों को 11 से 18 सितंबर तक बंद रखने का फैसला हुआ।
महाराष्ट्र में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री एकनाथ खडसे ने साफ कह दिया इस मामले में सारे जवाब महानगरपालिका के लोग ही देंगे, स्थानीय रूप में उन्हें नियम बनाने का हक है, राज्य सरकार इस मामले में कोई दखल नहीं देगी।
दरअसल, 10 सितंबर से लेकर 28 सितंबर तक जैन समुदाय का पर्व पर्यूषण है। इस दौरान इलाके में सभी मांस की दुकानों को बंद रखने का फैसला महानगरपालिका ने 27 के मुकाबले 29 मतों से पारित कर दिया है। पहले इलाके में 18 दिनों तक मटन-चिकन की दुकानें बंद रखने के फैसला किया गया था लेकिन बक़रीद के मद्देनज़र दुकानों को 11 से 18 सितंबर तक बंद रखने का फैसला हुआ।