 
                                            रेणुका चौधरी
                                                                                                                        - मेरा सरल सुझाव है कि आप अपना वजन कम करें : नायडू
- कई लोग मेरे वजन को लेकर चिंता जताते हैं : रेणुका
- राज्यसभा से बुधवार को करीब 60 सदस्यों की विदाई हुई
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                                                                                नई दिल्ली: 
                                        राज्यसभा में कई सदस्य उस समय अपनी हंसी नहीं रोक पाए जब सभापति एम वेंकैया नायडू ने कांग्रेस सदस्य रेणुका चौधरी से कहा कि उन्हें अपना वजन कम करना चाहिए तथा अपनी पार्टी का वजन बढ़ाने के लिए प्रयास करना चाहिए.
राज्यसभा ने बुधवार को अपने करीब 60 सदस्यों को विदाई दी जो सेवानिवृत्त हो रहे हैं. इस मौके पर सेवानिवृत्त हो रहे सदस्यों ने अपना विदाई भाषण दिया. रेणुका ने अपने विदाई भाषण में कहा कि नायडू उन्हें उस समय से जानते हैं, जब उनका (रेणुका) का वजन काफी कम था.
राज्यसभा में विदाई भाषण में गुलाम नबी आजाद ने कसा तंज, 'नरेश अग्रवाल जी एक ऐसे सूरज हैं, जो...'
उन्होंने कहा कि कई लोग मेरे वजन को लेकर चिंता जताते हैं लेकिन इस क्षेत्र (राजनीति) में आपको अपना वजन (प्रभाव) दिखाना पड़ता है. अपनी त्वरित छोटी टिप्पणियों के लिए मशहूर नायडू ने इस पर कहा, ‘‘मेरा सरल सुझाव है कि आप अपना वजन कम करें और पार्टी का वजन (प्रभाव) बढाने के लिए प्रयास करें.’’ उनकी इस टिप्पणी पर सदन में हंसी की लहर फैल गयी.
रेणुका ने कहा कि वह, शाहबानो से लेकर सूर्पनखा तक, इस सदन में कई इतिहास बनने की गवाह रही हैं.
'शूर्पणखा' कटाक्ष पर रेणुका चौधरी का पलटवार, हंसने पर नहीं है कोई GST, किसी की इजाजत की जरूरत नहीं
वहीं संसद की कार्यवाही नहीं चलने से चिंतित, राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने सांसदों से आग्रह किया कि वे "राजनीति के स्तर" में गिरावट नहीं लायें तथा खुद को अधिक मर्यादित तरीके से व्यवस्थित करते हुए नयी शुरुआत करें. नायडू ने यह भी कहा कि ऊपरी सदन में महिलाओं का प्रतिनिधित्व 2010 में महिला आरक्षण विधेयक के पारित होने के बावजूद "बहुत कम" है और उन्होंने उम्मीद व्यक्त की कि सभी राजनैतिक दल इसे प्राथमिकता देंगे.
नायडू की टिप्पणी बजट सत्र के दूसरे चरण में आई है जो पांच मार्च को शुरू हुआ. इस चरण में संसद के दोनों सदनों में लगातार गतिरोध बना हुआ है.
                                                                                 
                                                                                
                                                                                                                        
                                                                                                                    
                                                                        
                                    
                                राज्यसभा ने बुधवार को अपने करीब 60 सदस्यों को विदाई दी जो सेवानिवृत्त हो रहे हैं. इस मौके पर सेवानिवृत्त हो रहे सदस्यों ने अपना विदाई भाषण दिया. रेणुका ने अपने विदाई भाषण में कहा कि नायडू उन्हें उस समय से जानते हैं, जब उनका (रेणुका) का वजन काफी कम था.
राज्यसभा में विदाई भाषण में गुलाम नबी आजाद ने कसा तंज, 'नरेश अग्रवाल जी एक ऐसे सूरज हैं, जो...'
उन्होंने कहा कि कई लोग मेरे वजन को लेकर चिंता जताते हैं लेकिन इस क्षेत्र (राजनीति) में आपको अपना वजन (प्रभाव) दिखाना पड़ता है. अपनी त्वरित छोटी टिप्पणियों के लिए मशहूर नायडू ने इस पर कहा, ‘‘मेरा सरल सुझाव है कि आप अपना वजन कम करें और पार्टी का वजन (प्रभाव) बढाने के लिए प्रयास करें.’’ उनकी इस टिप्पणी पर सदन में हंसी की लहर फैल गयी.
रेणुका ने कहा कि वह, शाहबानो से लेकर सूर्पनखा तक, इस सदन में कई इतिहास बनने की गवाह रही हैं.
'शूर्पणखा' कटाक्ष पर रेणुका चौधरी का पलटवार, हंसने पर नहीं है कोई GST, किसी की इजाजत की जरूरत नहीं
वहीं संसद की कार्यवाही नहीं चलने से चिंतित, राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने सांसदों से आग्रह किया कि वे "राजनीति के स्तर" में गिरावट नहीं लायें तथा खुद को अधिक मर्यादित तरीके से व्यवस्थित करते हुए नयी शुरुआत करें. नायडू ने यह भी कहा कि ऊपरी सदन में महिलाओं का प्रतिनिधित्व 2010 में महिला आरक्षण विधेयक के पारित होने के बावजूद "बहुत कम" है और उन्होंने उम्मीद व्यक्त की कि सभी राजनैतिक दल इसे प्राथमिकता देंगे.
नायडू की टिप्पणी बजट सत्र के दूसरे चरण में आई है जो पांच मार्च को शुरू हुआ. इस चरण में संसद के दोनों सदनों में लगातार गतिरोध बना हुआ है.
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