समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख मुलायम सिंह यादव लोकपाल विधेयक का विरोध करते हुए लोकसभा से बहिर्गमन कर गए। उन्होंने लोकपाल विधेयक को 'खतरनाक विधेयक' बताते हुए कहा कि इससे अराजकता बढ़ेगी।
अपने साथी सांसदों के साथ सदन से बहिर्गमन करने से पहले मुलायम सिंह ने यूपीए की अध्यक्ष सोनिया गांधी से आग्रह किया, यह एक खतरनाक विधेयक है। इससे अराजकता बढ़ेगी। आप इसे वापस लीजिए। उन्होंने भाजपा के नेता लालकृष्ण आडवाणी से भी पूछा कि इस विधेयक का भाजपा क्यों समर्थन कर रही है। उन्होंने कहा, आप इसे निश्चित रूप से ध्यान में रखें आडवाणीजी कि यह विधेयक देश पर बोझ साबित होगा।
उन्होंने सवाल किया, भाजपा, कांग्रेस का समर्थन कर रही है। क्या ये दो पार्टियां ही अकेले स्वच्छ हैं और दूसरे नहीं हैं? उन्होंने कहा, "कोई सरकारी कर्मचारी काम नहीं करेगा। कोई विकास का काम नहीं होगा। हम 10 वर्ष पीछे चले जाएंगे। यह कहते हुए कि लोकतंत्र में जनप्रतिनिधि सर्वोच्च होते हैं, मुलायम सिंह ने कहा कि लोकपाल विधेयक के पारित हो जाने के बाद एक इंस्पेक्टर भी प्रधानमंत्री से पूछताछ कर सकेगा।
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