रायपुर/कोरबा:
छत्तीसगढ़ के कोरबा पहुंचे पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए सार्वजनिक मंच से नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की और उन्हें अपना 'भाई' बताया। उनके बयान को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शुभ संकेत माना जा रहा है। उन्होंने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों की भी प्रशंसा की।
गुजरात के मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद आडवाणी ने यहां पहली बार सार्वजनिक मंच से उनकी तारीफ की। माना जा रहा है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता ने आखिरकार मोदी को 'पीएम इन वेटिंग' मान ही लिया।
कोरबा कस्बे में 500 मेगावाट की हसदेव विद्युत विस्तार परियोजना का उद्घाटन करने के बाद आयोजित जनसभा में आडवाणी ने गुजरात के विकास की खूब तारीफ की और कहा, "मोदी पहले नेता हैं जिन्होंने गुजरात के ग्रामीण इलाकों में विकास किया। जहां से मैं सांसद निर्वाचित हूं वहां के विकास में मोदी ने एक बड़ी भूमिका निभाई है।" उन्होंने कहा, "उनकी सफलता और उपलब्धि देखकर गर्व होता है।" साथ ही छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भी प्रशंसा की।
आडवाणी ने कहा कि किसी प्रदेश में पहली बार गांव-गांव में बिजली पहुंची तो वह गुजरात ही है। उन्होंने कहा, "मोदी ने अपने राज्य में 24 घंटे बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की है। संयोगवश मैं भी उसी राज्य के गांधी नगर से सांसद हूं।" उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे और बिजली के मामले में जैसा काम गुजरात में मोदी ने किया है, वैसा ही मुख्यमंत्री रमन सिंह छत्तीसगढ़ में कर रहे हैं। दोनों प्रशंसा के पात्र हैं।
उल्लेखनीय है कि भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में 13 सितंबर को मोदी को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित करने का निर्णय लिया गया था। आडवाणी उस बैठक में नहीं पहुंचे थे और उनकी नाराजगी के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन ठीक तीन दिन बाद छत्तीसगढ़ में मोदी की तारीफ कर उन्होंने अटकलों को विराम दे दिया है और पार्टी की चिंता दूर कर दी है।
रमन सिंह और उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगियों की मौजूदगी में आडवाणी ने कहा कि बिजली के मामले में छत्तीसगढ़ न केवल आत्मनिर्भर हो गया है, बल्कि यहां जरूरत से ज्यादा बिजली का उत्पादन हो रहा है। यह सब देखकर बहुत खुशी होती है। इसके लिए रमन सिंह और उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगियों की जितनी प्रशंसा की जाए कम है। उन्होंने कहा कि ईमानदार नेतृत्व के कारण छत्तीसगढ़ में सुशासन है और ग्रामीण क्षेत्रों का भी विकास हुआ है।
इससे पहले, रमन सिंह ने भी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि यहां विद्युत परियोजना का शुभारंभ करने आडवाणी आए हैं। रमन ने कहा कि राज्य में बिजली उत्पादन और वितरण पर 17,000 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। उन्होंने कहा, "जब उत्तरी ग्रिड फेल हो जाने से कई राज्यों में अंधेरा छा गया था, उस समय भी छत्तीसगढ़ में बिजली जगमगा रही थी।"
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होना है। एक सप्ताह पहले नरेंद्र मोदी रमन सिंह की विकास यात्रा में शामिल होने सरगुजा आए थे। यहां पर उनके लिए एक 'लालकिला' बनाया गया था और इसी मंच से मोदी ने रमन सिंह की खूब तारीफ करते हुए जनता से रमन सिंह की 'हैट्रिक' के लिए अपील की थी।
आडवाणी ने जिस विद्युत संयंत्र का उद्घाटन किया है, उसे छत्तीसगढ़ स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड ने 3,671 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया है। तेरह साल पुराने इस राज्य में कुल 2,424 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है, जबकि खपत मात्र 2,000 मेगावाट की है।
गुजरात के मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद आडवाणी ने यहां पहली बार सार्वजनिक मंच से उनकी तारीफ की। माना जा रहा है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता ने आखिरकार मोदी को 'पीएम इन वेटिंग' मान ही लिया।
कोरबा कस्बे में 500 मेगावाट की हसदेव विद्युत विस्तार परियोजना का उद्घाटन करने के बाद आयोजित जनसभा में आडवाणी ने गुजरात के विकास की खूब तारीफ की और कहा, "मोदी पहले नेता हैं जिन्होंने गुजरात के ग्रामीण इलाकों में विकास किया। जहां से मैं सांसद निर्वाचित हूं वहां के विकास में मोदी ने एक बड़ी भूमिका निभाई है।" उन्होंने कहा, "उनकी सफलता और उपलब्धि देखकर गर्व होता है।" साथ ही छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भी प्रशंसा की।
आडवाणी ने कहा कि किसी प्रदेश में पहली बार गांव-गांव में बिजली पहुंची तो वह गुजरात ही है। उन्होंने कहा, "मोदी ने अपने राज्य में 24 घंटे बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की है। संयोगवश मैं भी उसी राज्य के गांधी नगर से सांसद हूं।" उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे और बिजली के मामले में जैसा काम गुजरात में मोदी ने किया है, वैसा ही मुख्यमंत्री रमन सिंह छत्तीसगढ़ में कर रहे हैं। दोनों प्रशंसा के पात्र हैं।
उल्लेखनीय है कि भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में 13 सितंबर को मोदी को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित करने का निर्णय लिया गया था। आडवाणी उस बैठक में नहीं पहुंचे थे और उनकी नाराजगी के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन ठीक तीन दिन बाद छत्तीसगढ़ में मोदी की तारीफ कर उन्होंने अटकलों को विराम दे दिया है और पार्टी की चिंता दूर कर दी है।
रमन सिंह और उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगियों की मौजूदगी में आडवाणी ने कहा कि बिजली के मामले में छत्तीसगढ़ न केवल आत्मनिर्भर हो गया है, बल्कि यहां जरूरत से ज्यादा बिजली का उत्पादन हो रहा है। यह सब देखकर बहुत खुशी होती है। इसके लिए रमन सिंह और उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगियों की जितनी प्रशंसा की जाए कम है। उन्होंने कहा कि ईमानदार नेतृत्व के कारण छत्तीसगढ़ में सुशासन है और ग्रामीण क्षेत्रों का भी विकास हुआ है।
इससे पहले, रमन सिंह ने भी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि यहां विद्युत परियोजना का शुभारंभ करने आडवाणी आए हैं। रमन ने कहा कि राज्य में बिजली उत्पादन और वितरण पर 17,000 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। उन्होंने कहा, "जब उत्तरी ग्रिड फेल हो जाने से कई राज्यों में अंधेरा छा गया था, उस समय भी छत्तीसगढ़ में बिजली जगमगा रही थी।"
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होना है। एक सप्ताह पहले नरेंद्र मोदी रमन सिंह की विकास यात्रा में शामिल होने सरगुजा आए थे। यहां पर उनके लिए एक 'लालकिला' बनाया गया था और इसी मंच से मोदी ने रमन सिंह की खूब तारीफ करते हुए जनता से रमन सिंह की 'हैट्रिक' के लिए अपील की थी।
आडवाणी ने जिस विद्युत संयंत्र का उद्घाटन किया है, उसे छत्तीसगढ़ स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड ने 3,671 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया है। तेरह साल पुराने इस राज्य में कुल 2,424 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है, जबकि खपत मात्र 2,000 मेगावाट की है।
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