महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू होने पर एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपना रुख साफ किया है. उन्होंने शिवसेना पर निशाना साधते हुए लिखा कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगना दुर्भाग्यपूर्ण. जनता ने NDA सरकार बनाने का जनादेश दिया था. अपनी अपनी महत्वकांक्षा के कारण प्रदेश में सरकार न बनने देना दुखद है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव में एलजेपी ने एनडीए से किनारा कर लिया है और 50 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है.
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महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शाशन लगना दुर्भाग्यपूर्ण।जनता ने एन॰डी॰ए॰ सरकार बनाने का जनादेश दिया था।अपनी अपनी महत्वाकांक्षा के कारण प्रदेश में सरकार न बनने देना दुखद।
— Chirag Paswan (@ichiragpaswan) November 12, 2019
गौर हो कि महाराष्ट्र में पिछले महीने हुए विधानसभा चुनाव के बाद से सरकार गठन को लेकर जारी गतिरोध के बीच मंगलवार शाम राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया. अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले आज दिन में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की रिपोर्ट पर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की उद्घोषणा पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. अधिकारियों ने कहा कि राज्य की विधानसभा निलंबित अवस्था में रहेगी.
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राज्यपाल ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि राज्य में ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गई है कि चुनाव परिणाम घोषित होने के 15 दिन बाद भी एक स्थायी सरकार संभव नहीं है. राज्यपाल ने कहा कि सरकार गठन के लिए सभी प्रयास किए गए हैं, लेकिन उन्हें स्थायी सरकार बनने की कोई संभावना नहीं दिखती. अधिकारियों ने बताया कि राज्यपाल ने उल्लेख किया कि उन्हें लगता है कि राज्य का शासन संविधान के प्रावधानों के अनुसार नहीं चलाया जा सकता है और अब उनके पास कोई विकल्प नहीं बचा है और वह संविधान के अनुच्छेद 356 के प्रावधान पर रिपोर्ट भेजने को विवश हैं.
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