एससी-एसटी संशोधन बिल पर आज लोकसभा में बहस होगी. इस दौरान बीजेपी ने अपने सभी सांसदों को सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया है. कांग्रेस समेत ज़्यादातर विपक्षी दल इस बिल के समर्थन में हैं. जिसकी वजह से आज बिल के पास होने की उम्मीद है. शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत ने बिल पेश किया था. संशोधित बिल के साथ ही SC-ST ऐक्ट अपने पुराने मूल स्वरूप में आ जाएगा. इसी साल 21 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने 1989 के ऐक्ट के तहत दर्ज मामलों में तत्काल गिरफ़्तारी पर रोक लगा दी थी. इस फैसले के बाद विपक्षी दलों के अलावा दलित संगठनों ने सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया था. जिसके बाद सरकार बिल में संशोधन लेकर आई.
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इसी बीच शरद यादव ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से एसटी/एससी एक्ट को कमजोर करने के निर्णय को रद्द करने के लिये केन्द्र सरकार द्वारा मंत्रिपरिषद में संशोधित विधेयक को स्वीकृति देने और संसद में लाने के पीछे सभी दलों के समर्थन से दलित और पिछड़े वर्ग के 2 अप्रैल को हुए और आगामी 9 अगस्त को होने वाले भारत बंद का दबाव है.
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