कपिल सिब्बल प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए
नई दिल्ली:
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री नरेंद मोदी पर एक बार फिर सवालों की बौछार करते हुए कई मुद्दे उठाए। सिब्बल ने आरोप लगाया कि आईपीएल के दिनों से प्रधानमंत्री मोदी और ललित मोदी काफ़ी क़रीब रहे हैं।
सिब्बल ने कई तारीख़ों का ज़िक्र करते हुए कहा कि हर तारीख़ के पीछे कई राज छिपे हैं। इसी के साथ उन्होंने तारीख गिनाना शुरू किया और एक-एक कर बताया कि उस दिन क्या हुआ।
सिब्बल ने जिन तारीख़ों का ज़िक्र किया है वो इस प्रकार है :
15 सितंबर 2009
नरेंद्र मोदी गुजरात क्रिकेट संध के अध्यक्ष बने, अमित शाह उपाध्यक्ष बने और दोनों उसी दिन बीसीसीआई की बैठक में शामिल होने मुंबई गए और गुजरात को आईपीएल के चार मैच दिए गए।
16 सितंबर 2009
राजस्थान रॉयल्स के शांतनु चारी ने ललित मोदी को ई-मेल कर मदद मांगी। मोदी ने कहा, नरेंद्र मोदी मेरे काफ़ी क़रीबी हैं वो मदद करेंगे।
17 दिसंबर 2009
बीसीसीआई ने आईपीएल में दो नई टीमों के लिए टेंडर निकालने का फ़ैसला किया।
फ़रवरी 2010
ललित मोदी गुजरात गए, अमित शाह और अदानी से मिले। अदानी गुजरात क्रिकेट संघ के एक स्पॉन्सर हैं। ललित मोदी ने टेंडर में दो नई शर्त जोड़ीं जो बाद में गवर्निंग काउंसिल से पास नहीं हुईं।
पहली बोली लगाने वाली कंपनी के पास एक बिलियन डॉलर हो और वो 460 करोड़ बैंक गारंटी जमा करने को तैयार हो।
7 मार्च 2010
बाक़ी बोली लगाने वाली कंपनियों ने इस पर ऐतराज़ जताया। बाद में गवर्निंग काउंसिल ने टेंडर रद्द कर दिया। मिटिंग के दौरान 2 बार ललित मोदी और अमित शाह के बीच फ़ोन पर बातचीत हुई।
26 अप्रैल 2010
ललित मोदी को बीसीसीआई ने नियम बदलने के लिए कारण बताओ नोटिस भेजा
10 जून 2013
ज्योतिरादित्य सिंधिया, अरुण जेटली और चिरायु अमीन की जांच समिति ने पाया कि मोदी ने वीडियोकॉन और अदानी ग्रुप को फ़ायदा पहुंचाने के लिए नियम बदले।
वहीं, सिब्बल को जवाब देते हुए बीजेपी के नेता वेंकैया नायडू ने सवाल उठाए कि ललित मोदी मामला कब हुआ?, मोदी को क्यों देश से बाहर जाने दिया गया? जब मोदी देश से बाहर गए तो उस समय किसकी सरकार थी?
ललित मोदी को देश से बाहर जाने क्यों दिया गया और कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई?
ललित मोदी को मदद करने के आरोप में घिरी सुषमा स्वराज और वसुंधरा राजे के इस्तीफ़े पर अड़ी विपक्ष ने संसद का मानसून सत्र एक भी दिन नहीं चलने दिया है।
ऐसे में प्रधानमंत्री और ललित मोदी के बीच संबंधों पर इन नए आरोपों से विपक्ष ने सरकार पर हमला और तेज कर दिया है।
सिब्बल ने कई तारीख़ों का ज़िक्र करते हुए कहा कि हर तारीख़ के पीछे कई राज छिपे हैं। इसी के साथ उन्होंने तारीख गिनाना शुरू किया और एक-एक कर बताया कि उस दिन क्या हुआ।
सिब्बल ने जिन तारीख़ों का ज़िक्र किया है वो इस प्रकार है :
15 सितंबर 2009
नरेंद्र मोदी गुजरात क्रिकेट संध के अध्यक्ष बने, अमित शाह उपाध्यक्ष बने और दोनों उसी दिन बीसीसीआई की बैठक में शामिल होने मुंबई गए और गुजरात को आईपीएल के चार मैच दिए गए।
16 सितंबर 2009
राजस्थान रॉयल्स के शांतनु चारी ने ललित मोदी को ई-मेल कर मदद मांगी। मोदी ने कहा, नरेंद्र मोदी मेरे काफ़ी क़रीबी हैं वो मदद करेंगे।
17 दिसंबर 2009
बीसीसीआई ने आईपीएल में दो नई टीमों के लिए टेंडर निकालने का फ़ैसला किया।
फ़रवरी 2010
ललित मोदी गुजरात गए, अमित शाह और अदानी से मिले। अदानी गुजरात क्रिकेट संघ के एक स्पॉन्सर हैं। ललित मोदी ने टेंडर में दो नई शर्त जोड़ीं जो बाद में गवर्निंग काउंसिल से पास नहीं हुईं।
पहली बोली लगाने वाली कंपनी के पास एक बिलियन डॉलर हो और वो 460 करोड़ बैंक गारंटी जमा करने को तैयार हो।
7 मार्च 2010
बाक़ी बोली लगाने वाली कंपनियों ने इस पर ऐतराज़ जताया। बाद में गवर्निंग काउंसिल ने टेंडर रद्द कर दिया। मिटिंग के दौरान 2 बार ललित मोदी और अमित शाह के बीच फ़ोन पर बातचीत हुई।
26 अप्रैल 2010
ललित मोदी को बीसीसीआई ने नियम बदलने के लिए कारण बताओ नोटिस भेजा
10 जून 2013
ज्योतिरादित्य सिंधिया, अरुण जेटली और चिरायु अमीन की जांच समिति ने पाया कि मोदी ने वीडियोकॉन और अदानी ग्रुप को फ़ायदा पहुंचाने के लिए नियम बदले।
वहीं, सिब्बल को जवाब देते हुए बीजेपी के नेता वेंकैया नायडू ने सवाल उठाए कि ललित मोदी मामला कब हुआ?, मोदी को क्यों देश से बाहर जाने दिया गया? जब मोदी देश से बाहर गए तो उस समय किसकी सरकार थी?
ललित मोदी को देश से बाहर जाने क्यों दिया गया और कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई?
ललित मोदी को मदद करने के आरोप में घिरी सुषमा स्वराज और वसुंधरा राजे के इस्तीफ़े पर अड़ी विपक्ष ने संसद का मानसून सत्र एक भी दिन नहीं चलने दिया है।
ऐसे में प्रधानमंत्री और ललित मोदी के बीच संबंधों पर इन नए आरोपों से विपक्ष ने सरकार पर हमला और तेज कर दिया है।
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