New Delhi:
रक्षामंत्री एके एंटनी ने बुधवार को संसद में कहा कि आधुनिक लड़ाकू विमानों को 2020 तक वायु सेना के बेड़े में शामिल कर लिया जाएगा। वायु सेना ने 126 विमानों की आपूर्ति के लिए विभिन्न कम्पनियों के साथ बातचीत कर रही है। इसके साथ ही सोवियत युग के मिग-21 बेड़े को 2017 तक सेवा मुक्त कर दिया जाएगा। एंटनी ने राज्यसभा में एक अनुपूरक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा, "वायु सेना के आधुनिकीकरण के प्रस्तावों के तहत 126 एमएमआरसीए (मध्यम बहुउद्देश्यीय लड़ाकू विमान) को 2020 तक बेड़े में शामिल कर दिया जाएगा।" एंटनी ने कहा, "2017 तक मिग-21 को सेवा मुक्त कर दिया जाएगा। हम घरेलू स्तर पर निर्मित एलसीए (हल्के लड़ाकू विमान) को भी वायु सेना में शामिल कर रहे हैं और इसके लिए वायु सेना से आईओसी (प्रारम्भिक सामरिक मंजूरी) हासिल हो चुकी है।" एंटनी ने कहा कि ऐतिहासिक कारणों से वायु सेना अभी तक आधुनिक विमान हासिल नहीं कर पाई थी,लेकिन अब स्थितियां बदल रही है। रक्षामंत्री ने उन बातों को भी खारिज कर दिया, जिनमें कहा जा रहा था कि सोवियत संघ के टूटने के बाद से वायु सेना के मिग-21, 27 और 29 लड़ाकू विमान के लिए घटिया किस्म के कल-पुर्जो की आपूर्ति हो रही थी। एंटनी ने कहा, "सोवियत संघ के टूटने के बाद कुछ कारखाने रूस के अलावा अन्य देशों में चले गए थे। लेकिन गुणवत्ता को लेकर कोई शिकायत नहीं थी। हां, समय सीमा पर खरा न उतरने को लेकर जरूर शिकायतें थीं।"