अलीगढ़ (Aligarh) में मासूम के साथ हुई हैवानियत से पूरा देश सकते में हैं. इस हैरान कर देने वाली घटना के बाद देश के कई हिस्सों में मासूम को न्याय दिलाने और आरोपियों को सजा की मांग की जा रही है. इसी कड़ी में कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) ने भी अपनी आवाज बुलंद की है. कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) ने ट्विटर हैंडल के जरिए इस घटना पर आक्रोश जताते हुए लिखा है कि कल्पना से परे है कि हैवानियत इतनी ज़्यादा क्रूर कब हो गई कि ढाई साल की मासूमियत को इस सब से गुज़ार दे. कुमार (Kumar Vishwas) ने लिखा कि सजा की कोई भी सीमा मनुष्यता के इस लहू का घाव नहीं भर सकती, लेकिन यदि हम अतिशीघ्र अपराधियों को अनुकूल दंड नहीं दिलवा पाते हैं, तो शर्म है हमारे होने पर.
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दोनों आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत मामला दर्ज कर मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में स्थानांतरित करवाने का फैसला लिया है. सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह निर्णय योगी आदित्यनाथ की सरकार द्वारा लिया गया है. एक आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अलीगढ़ आकाश कुलहरि ने कहा, "हम इसे राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के मामले के रूप में आगे बढ़ा रहे हैं, हम इसे एक फास्ट ट्रैक कोर्ट में लाने की कोशिश करेंगे. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म या एसिड हमले का जिक्र नहीं है. इस मामले में पांच पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है."
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