करिया मुंडा (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
बिहार में बीजेपी की हार के बाद पार्टी के नेताओं की ओर से लगातार विरोध का सुर सुनाई दे रहा है। इसी कड़ी में अब पार्टी के वरिष्ठ नेता और झारखंड के खूंटी से सांसद करिया मुंडा का नाम भी जुड़ गया है। मुंडा ने कहा है कि बिहार में चुनाव जीतने के लिए पार्टी को बाहरी नेताओं से ज्यादा स्थानीय नेताओं को तरजीह देनी चाहिए थी।
साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी को रैलियों में जुटने वाली भीड़ के आधार पर भी ये नहीं मान लेना चाहिए कि जो लोग रैली में आए हैं, वो वोट में भी तब्दील होंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि पार्टी नेताओं की ओर से अपने भाषणों में इस्तेमाल की गई भाषा से भी लोगों को ठेस पहुंची और उन्होंने पार्टी से दूरी बनाई। मुंडा ने यह भी कहा कि जीत सामूहिक प्रयास से मिलती।
साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी को रैलियों में जुटने वाली भीड़ के आधार पर भी ये नहीं मान लेना चाहिए कि जो लोग रैली में आए हैं, वो वोट में भी तब्दील होंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि पार्टी नेताओं की ओर से अपने भाषणों में इस्तेमाल की गई भाषा से भी लोगों को ठेस पहुंची और उन्होंने पार्टी से दूरी बनाई। मुंडा ने यह भी कहा कि जीत सामूहिक प्रयास से मिलती।
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