यह ख़बर 17 अक्टूबर, 2011 को प्रकाशित हुई थी

खड़कवासला उपचुनाव : भाजपा उम्मीदवार की जीत

खास बातें

  • सत्तारूढ़ कांग्रेस-राकांपा गठजोड़ को झटका देते हुए भाजपा उम्मीदवार भीमराव तापकिर ने पुणे जिले की खड़कवासला विधानसभा के उपचुनाव में राकांपा प्रत्याशी हर्षदा वनजाले को हरा दिया।
मुंबई:

सत्तारूढ़ कांग्रेस-राकांपा गठजोड़ को झटका देते हुए भाजपा उम्मीदवार भीमराव तापकिर ने सोमवार को पुणे जिले की खड़कवासला विधानसभा के उपचुनाव में राकांपा प्रत्याशी हषर्दा वनजाले को हरा दिया। तापकिर ने दिवंगत मनसे विधायक रमेश वनजाले की विधवा हर्षदा को 3,625 वोटों के अंतर से शिकस्त दी। रमेश के निधन के बाद खाली हुई इस सीट पर 13 अक्तूबर को उपचुनाव हुआ था। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने उपचुनाव से एक दिन पहले हर्षदा को राकांपा में लाने में अहम भूमिका निभाई थी और यह चुनाव पवार के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बना हुआ था। भाजपा की जीत पर शिवसेना प्रवक्ता और सांसद संजय राउत ने कहा, यह न केवल कांग्रेस-राकांपा गठबंधन की हार है बल्कि अजित पवार की भी पराजय है। आरपीआई नेता रामदास अठावले ने कहा कि भाजपा उम्मीदवार की जीत शिवसेना-भाजपा गठजोड़ से उनकी पार्टी के तालमेल का नतीजा है। अजित पवार के साथ राकांपा अध्यक्ष शरद पवार की बेटी तथा पार्टी सांसद सुप्रिया सुले ने भी निजी तौर पर हषर्दा के चुनाव प्रचार की कमान संभाल रखी थी। भाजपा ने पुणे जिले से ताल्लुक रखने वाले प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के कथित अड़ियल रवैये के मुद्दे को चुनाव प्रचार में पुरजोर तरीके से उठाया। खड़कवासला विधानसभा बारामती लोकसभा के अंतर्गत आती है जहां से सुप्रिया सुले सांसद हैं। सुप्रिया ने फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राकांपा की ओर से अंतरावलोकन की जरूरत है। उन्होंने बारामती की सांसद के तौर पर राकांपा की हार की जिम्मेदारी भी स्वीकारी। पुणे से भाजपा के विधायक गिरीश बापट ने कहा कि महा गठबंधन की जीत प्रदेश में भविष्य में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए निर्णायक साबित होगी क्योंकि जनता ने सत्तारूढ़ गठबंधन और अजीत पवार के अहंकारी रवैये के खिलाफ मतदान किया है। पुणे से ही शिवसेना की नेता नीलम गोरहे ने इस जीत को आरपीआई के साथ बने गठबंधन की पहली जीत करार दिया। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस-राकांपा गठबंधन के पतन की शुरूआत है जो एक दशक से राज्य में शासन कर रहा है। आरपीआई नेता अठावले ने कहा कि तापकिर की जीत दलित वोटों के विभाजन की कांग्रेस की योजना का सटीक जवाब है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुधीर मुंगंतीवार ने कहा कि यह जीत राजनीतिक बदलाव की बयार का संकेत देती है जो प्रदेश में बहेगी।


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