प्रतीकात्मक चित्र
नई दिल्ली:
केरल में निपाह वायरस की दहशत से अब अस्पताल में काम करने वाले डॉक्टर और नर्सों भी डरने लगे हैं. यही वजह है कि राज्य के अस्पतालों में काम करने वाले डॉक्टरों और नर्सों ने छुट्टी की मांग की है. कोझिकोड मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती कराए जाने से पहले दोनों मृतकों की मौत के पीछे भी इसी वायरस के होने की जांच की जा रही है. गौरतलब है कि केरल के उत्तरी जिलों में इस वायरस से अभी तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है. अधिकारी ने बताया कि अस्पताल के संचालन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है.
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रेसीन (25) का निधन कल निपाह वायरस के कारण हुआ. उसका इलाज पहले बलुसेरी अस्पताल में चल रहा था. अधिकारी ने बताया कि स्थानीय रोजगार विनिमय सहित कई संस्थान कुछ समय के लिए कार्यालय बंद करने की अनुमति भी मांग रहे हैं. अधिकारी ने बताया कि इसका उद्देश्य लोगों को इकट्ठा होने से रोकना है.
VIDEO: निपाह वायरस से बचाव जरूरी.
सूत्रों के अनुसार कोझिकोड जिला कलेक्टर यू वी जोस निपाह वायरस के मद्देनजर जिले की मौजूदा स्थिति की एक रिपोर्ट केरल उच्च न्यायालय में दायर करेंगे. कलेक्टर ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है. (इनपुट भाषा से)
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रेसीन (25) का निधन कल निपाह वायरस के कारण हुआ. उसका इलाज पहले बलुसेरी अस्पताल में चल रहा था. अधिकारी ने बताया कि स्थानीय रोजगार विनिमय सहित कई संस्थान कुछ समय के लिए कार्यालय बंद करने की अनुमति भी मांग रहे हैं. अधिकारी ने बताया कि इसका उद्देश्य लोगों को इकट्ठा होने से रोकना है.
VIDEO: निपाह वायरस से बचाव जरूरी.
सूत्रों के अनुसार कोझिकोड जिला कलेक्टर यू वी जोस निपाह वायरस के मद्देनजर जिले की मौजूदा स्थिति की एक रिपोर्ट केरल उच्च न्यायालय में दायर करेंगे. कलेक्टर ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है. (इनपुट भाषा से)
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